सिल्वरस्टोन, वार्ता | स्वदेश से दूर रहने वाले लोगों को अक्सर अपने सरजमीं की याद सताती रहती है लेकिन बैंकों को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाकर फरार हुए शराब कारोबारी विजय माल्या को अपने देश भारत में याद करने लायक कुछ भी नहीं दिखता है।
शानोशौकत से भरी अपनी जिंदगी का दिखावा करने के लिए मशहूर रहे फॉर्मूला वन टीम फोर्स इंडिया के मालिक 61 वर्षीय विजय माल्या ने ब्रीटिश ग्रांड प्री में यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें भारत की याद आती है , उसने कहा,“ बिल्कुल नहीं। याद करने जैसा कुछ भी नहीं है।”
बार-बाद अदालत के चक्कर लगाने और यात्रा पर लगे प्रतिबंध के बावजूद आरामतलबी से जिंदगी गुजार रहे माल्या ने कहा कि वह अपनी मेहनत के फल का आनंद ले रहा है और तरह-तरह के खेलों का लुत्फ उठा रहा है। माल्या की डायरी में रॉयल एस्कॉट में घुड़दौड़, विंबलडन टेनिस चैपिंयनशिप और चैंपियंस ट्रॉफी क्रिकेट जैसे खेलों का नाम दर्ज है।