जेएससीसी सीजीएल पेपर लीक पर बाबूलाल मरांडी का बड़ा आरोप: “विनय साह की गिरफ्तारी कई गंभीर सवाल खड़े करती है

जेएससीसी सीजीएल पेपर लीक पर बाबूलाल मरांडी का बड़ा आरोप: “विनय साह की गिरफ्तारी कई गंभीर सवाल खड़े करती है

जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में हुए कथित व्यापक भ्रष्टाचार और पेपर लीक मामले में विनय साह की गिरफ्तारी के बाद झारखंड की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को राज्य सरकार, पुलिस प्रशासन और पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए।

मरांडी ने कहा कि विनय साह की गिरफ्तारी कई गंभीर सवाल खड़ी करती है, और जो कार्रवाई झारखंड पुलिस नहीं कर सकी, वह उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की स्पेशल टास्क फोर्स ने कर दिखाया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य पुलिस और खुफिया तंत्र एक साल से आरोपी को पकड़ने में विफल रहा।

उन्होंने सवाल उठाया कि गिरफ्तारी हाई कोर्ट में सुनवाई खत्म होने के बाद ही क्यों हुई? क्या यह सिर्फ एक संयोग है या इसके पीछे कोई दबाव?

मरांडी ने दावा किया कि मामले का मुख्य अभियुक्त अनीश अभी भी फरार है और उनके पास पुख्ता सूचना है कि पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता ने “मोटी रकम” लेकर उसकी गिरफ्तारी टालने की कोशिश की, ताकि डिजिटल साक्ष्यों को नष्ट किया जा सके।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नेपाल, रांची, हजारीबाग और मंत्रियों के रेजिडेंसी इलाकों में उत्तर रटने वाले कई छात्रों के स्वीकारोक्ति बयान सीआईडी के दबाव में बदले जा रहे हैं, ताकि कुछ सफेदपोशों को बचाया जा सके।

मरांडी ने पूछा कि सीआईडी की पूरी जांच टीम को दो बार क्यों बदला गया, जबकि इस पर न्यायालय ने भी आपत्ति जताई थी। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि आयोग और एजेंसी के अधिकारियों से अब तक पूछताछ क्यों नहीं की गई, जबकि शुरुआत में उन्होंने छात्रों के सबूतों को “एडिटेड” बताया था।

मरांडी ने राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि विनय साह ने स्वयं स्वीकार किया है कि वह रांची के एक होटल में रुककर पेपर लीक की साजिश रच रहा था और छात्रों को नेपाल ले जाकर उत्तर रटवाता था।
उन्होंने दावा किया कि फरार आरोपी अनीश के एजेंसी, आयोग के अधिकारियों और पूर्व डीजीपी से सीधे संपर्क के प्रमाण मौजूद हैं।

मरांडी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का पूरा कुनबा इस प्रकरण को “सिर्फ धनउगाही” बताने में जुटा है, जबकि मामला इससे कहीं बड़ा है।

उन्होंने मांग की कि पेपर लीक की जांच सीबीआई से कराई जाए और राज्य सीआईडी निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करे।
मरांडी ने कहा—“समय बदलता है, परिस्थितियां बदलती हैं, लेकिन सत्य नहीं बदलता।”

अंत में उन्होंने झारखंड के युवाओं को आश्वस्त किया कि भाजपा इस लड़ाई में बेरोजगार युवाओं के साथ मजबूती से खड़ी है।

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