बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन से अपनी नाराजगी की खबरों पर चुप्पी तोड़ी है। इंडिया गठबंधन की दिल्ली में हुई बैठक में ममता बनर्जी और केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया था। इसे लेकर चर्चाएं तेज थी की नीतीश कुमार नाराज हैं और ये भी कहा जा रहा था कि खडगे का नाम आते ही नीतीश कुमार इतने असहज हो गए कि गठबंधन के संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में भी नहीं शामिल हुए। इसे लेकर हाल ही में राहुल गांधी भी नीतीश कुमार से बात की थी। हालाकी नीतीश ने अपनी पहली प्रतिक्रिया 19 दिन बाद देते हुए कहा की ऐसी कोई बात नहीं है। उन्होने साफ कहा कि उन्हें इंडिया गठबंधन से कोई नाराजगी नहीं है। उन्होने ये भी कहा कि उन्हें किसी पद को लेकर कोई इच्छा भी नहीं है। नीतीश कुमार ने कहा कि वो शुरू से ये बात कह रहे है और अपने इस रूख पर आज भी कायम है। उन्होंने किसी तरह की कोई जिम्मेदारी को लेकर भी फिलहाल पल्ला झाड़ते नजर आए। उनके मुताबिक वो गठबंधन की सारी प्रक्रिया में तेजी लाना चाहते हैं और इसी को लेकर पहल भी कर रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की 100 वीं जयंती के अवसर पर हो रहे कार्यक्रम के बाद नीतीश कुमार ने पटना में मीडिया से बात करते हुए कहा कि संयोजक बनाने की बात हुई थी,लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा की पद को लेकर उनकी कोई लालसा नहीं है। इंडिया गठबंधन के सभी दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर उन्होंने कहा कि मीटिंग में ये कह दिया गया है कि हर राज्यों के सीट शेयरिंग पहले तय किये जाए। उसके बाद एकबार फिर सब लोग बैठेंगे और बाकी सबकुछ तय किया जाएगा। जिसे जहां सीट मिले वो वहां चुनाव लड़े ।उनके मुताबिक इस बात पर सब रजामंद भी हैं। उन्होंने दोहराया की नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है, जरा भी नाराज नहीं है। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने कह दिया है जिनको जो बनाना है बनाईए, लेकिन मेरी कोई इच्छा नहीं है। उन्होने आगे कहा कि हम यह बात शुरू से बोल रहे है, लेकिन क्या कीजियेगा, कुछ से कुछ बोल दिया जाता है। हम कही कुछ नहीं बोलते, हम चाहते हैं तेजी से आगे कि प्रक्रिया बढ़े।
अटल बिहारी वाजपेय को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि हमारा उनसे बहुत ही पुराना संबंध रहा है।आज उनका जन्मदिन है। वाजपेई जी ने अपने कैबिनेट में जगह दी थी, तीन तीन विभागों की जिम्मेदारी दी थी। वाजपेई जी इतना मानते थे कि उन्होने ही मुझे मुख्यमंत्री बनाया, उनके प्रति प्रेम हमेशा रहेगा। उनके प्रति आदर का जो भाव है वह आजीवन रहेगा। वो जितने दिन प्रधानमंत्री रहे कभी किसी धर्म या संप्रदाय के लोगों को दिक्कत नहीं हुई, बहुत अच्छे ढ़ंग से सबकुछ चलाते थे। हमलोगों का उनसे लगाव है और लगाव रहेगा। उनका काम काफी अच्छा था। उनके समय में मीटिंग में मेरे प्रस्ताव को तुरंत स्वीकार किया जाता था। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मौजूद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि गठबंधन में सबकुछ समय पर होगा।
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