बिहार में रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास एक दुखद ट्रेन हादसा घटित हुआ, जिसमें दिल्ली से कामाख्या की ओर जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस शामिल थी। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे ट्रेन का बड़ा हिस्सा पटरी से उतरकर निकट के खेतों में चली गई। यह दुर्भाग्यवश हादसा बक्सर जंक्शन से आरा की ओर जा रही ट्रेन के रवाना होने के बाद हुआ।इस हादसे के परिणामस्वरूप, हावड़ा-नई दिल्ली मार्ग पर ट्रेन सेवाओं में तात्काल बंदी हो गई है। यह हादसा केवल यात्रियों की दिनचर्या को प्रभावित ही नहीं किया है, बल्कि रेल सुरक्षा और रखरखाव के मामले में भी सवाल उठाता है।केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने त्वरित कार्रवाई की और उन्होंने घाटना का मूल्यांकन करने के लिए उच्च रेलवे अधिकारियों के साथ बातचीत की। नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर डिरेल हो गई, इस घटना के प्रमुख होने पर व्यक्त गहरा दुख व्यक्त किया और राहत कार्यों की शुरुआत की घोषणा की।घटना रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास शाम के लगभग 9:35 बजे हुई थी, जब ट्रेन अनंद विहार टर्मिनल से कामाख्या की दिशा में जा रही थी। इस घटना के परिणामस्वरूप, ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे त्वरित बचाव कार्यों की आवश्यकता पैदा हुई।इस संकट का संकेत त्वरित कार्रवाई की ओर है, और राज्य सरकार ने यात्रियों को उनके इच्छित गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक परिवहन की व्यवस्था की है। दुर्भाग्यवश, इस हादसे में चार व्यक्तियों की मौके पर मौके पर्याप्त घायल हो गईं। ट्रेन के यात्री में दरभंगा, पटना, और अन्य शहरों के लोग शामिल हैं, जिनमें कई को पास के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।हादसे के परिणामस्वरूप, दस ट्रेन सेवाओं को रद्द कर दिया गया है, और 21 को अलग मार्ग पर डायवर्ट कर दिया गया है। बिहार के उपमुख्यममंत्री तेजस्वी यादव ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया गया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपए देने की बात कही है। रेलवे प्रबंधन मृतक परिवार को 10-10 लाख की मदद की है ।और घायलों को ₹50000 दिए गए हैं । इस हादसे के बाद 10 ट्रेन कैंसिल की गई है। और 21 को डायवर्ट किया गया है ।फिलहाल ट्रैक पर गिरी बोगियों को हटाने का काम चल रहा है ।।
इसके ठीक आधे घंटे पहले एक पैसेंजर ट्रेन 03210 इसी ट्रैक से गुजरी थी । चश्मदीद के मुताबिक ट्रेन जब गुजर रही थी तो उस समय भी ट्रैक से तेज आवाजे आ रही थी। धड़ धड़ की आवाज में सुनाई पड़ रही थी । लेकिन स्पीड कम होने की वजह से पैसिंजर ट्रेन सकुशल गुजर गई। पर जब 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यहां से गुजरी तो यह हादसा हो गया । हादसे की जानकारी मिलते ही केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने एनडीआरएफ के डीजी से बातचीत की।बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पटना के एम्स और आईजीआईएमएस को अलर्ट मोड पर रखा। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने हादसे पर बक्सर के डीएम अंशुल अग्रवाल से भी बातचीत की गई और स्थानीय अस्पतालों की तैयारी के बारे में जायजा लिया।इधर घटनास्थल पर आसपास के ग्रामीण पहुंचे। और यात्रियों को निकलना शुरू कर दिया । अंधेरा होने कारण लोगों को ढूंढने में थोड़ी परेशानी जरूर हो रही थी। कोच में फंसे कुछ लोगों को टोर्च की मदद से निकला गया। बाद में प्रशासन ने कटर से बोगियों को काटकर रेस्क्यू ऑपरेशन क तेज किया। रात में ही हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिये गए। पटना से एनडीआरएफ की एक यूनिट रात में ही रघुनाथपुर बक्सर पहुंच चुकी थी। रघुनाथपुर के हादसा स्थल के पास अंधेरा काफी था। सबसे पहले टोर्च की रोशनी में रेस्क्यू चला। गांव वालों ने फंसे घायल यात्रियों को किसी तरह निकाल अस्पताल पहुंचाया।बाद में जिला प्रशासन ने जनरेटर की व्यवस्था की एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी पटना आरा और बक्सर से पहुंचे गई। सुबह तक यह रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा ।