खालिस्तानियों के वीजा स्पॉन्सरिंग के मामले में एक साजिश का पर्दाफाश!
पंजाब के तीसरे हर युवक का एक सपना होता है – उन्होंने अपने आत्मविश्वास की ऊंचाइयों तक पहुँचाने की आकांक्षा रखते हैं। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, कुछ पंजाबी युवाओं ने कनाडा की ओर अपना कदम बढ़ाया, लेकिन दुखद तौर पर, कुछ इस यात्रा के दौरान पंजाब के प्रो-खालिस्तान आंदोलनों में फंस गए।
नौकरी की तलाश में, ये युवा अक्सर खालिस्तानी आतंकवादी समूहों के इशारों पर चलते हैं, जो गुप्त रूप से कनाडा बुलाकर उन्हें छोटी नौकरियों का आलंब देते हैं। इन युवाओं को अक्सर कार चालक, प्लंबर या फिर सांख्यिक विशेषज्ञ के रूप में काम करने के लिए उपयोग किया जाता है। कुछ को अपने संगठनों के गुरुद्वारों में सेवादार बनाया जाता है, जब तक उन्हें यह अहसास नहीं होता कि वे खालिस्तान रेफरेंडम में उनके संगठन के पक्ष में शामिल हो चुके हैं।
कनाडा में ह्यूमन ट्रैफिकिंग का गंदा खेल दशकों से खेला जा रहा है, और इसमें पंजाब की एक राजनैतिक पार्टी का भी जिक्र है, जो युवाओं से पैसे ठग कर उन्हें अपने पार्टी के सदस्य बनाने का वादा करती है। यह सियासी पार्टी युवाओं से पैसे लेने के बाद, उन्हें एक पत्र देती है जिसमें धार्मिक उत्पीड़न का आरोप होता है, और कनाडा पहुंचने के बाद, खालिस्तानी आतंकवादी उन्हें अपने जाल में फंसा लेते हैं।
कनाडा की दिशा में इस तरह के गतिविधियों के बारे में सामाजिक चर्चाओं ने संकेत दिया है, और भारत ने भी इसके खिलाफ कदम उठाने की तैयारी की है। खासकर, खालिस्तानी आतंकी संगठनों के साथ मिलकर कनाडा में उनका बड़ा नेटवर्क है, और यहाँ तक कि कनाडा में ही खालिस्तानी आतंकवादी और गैंगस्टर्स का एक संबंधित संघ है। इस परिस्थिति के बावजूद, कनाडा ने इस पर कभी भी कड़ा कदम नहीं उठाया है, जो भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले आतंकी संगठनों को आत्मसमर्पण का मौका देता है। 1985 में कनिष्क विमान ब्लास्ट के बाद, कनाडा के सख्त रवैये की वजह से आतंकी तलवार सिंह परमार और उसके साथी बच गए। अब, भारत ने कनाड़ा के खिलाफ कदम उठाने का एक बड़ा निर्णय लिया है और खालिस्तानी कट्टरपंथ को नकारने की तैयारी कर रहा है। भारत ने कनाड़ा को एक कड़ा संकेत दिया है, और कनाड़ा में ह्यूमन ट्रैफिकिंग और युवाओं को बरगलाने की साजिश का पर्दाफाश हो गया है, साथ ही आपसी गैंगवार में खालिस्तानी आतंकवादी को भी धकेला जा रहा है। NIA ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की है और आने वाले समय में प्रो-खालिस्तानी ब्रिगेड पर और उनके गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।