कंकड़बाग थाने की पुलिस ने बुधवार की शाम रामलखन पथ मोहल्ले में सेक्स रैकेट का भेद किया। पुलिस ने मौके से निदेशक हरेंद्र मांझी और निदेशिका रूबी को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, देह व्यापार के दलदल में फंसी 23 वर्षीय स्त्री को मुक्त कराया गया। वह कोलकाता की रहने वाली है।
दारोगा रवि भूषण ने बताया कि हरेंद्र और रूबी से पूछताछ की जा रही है। उनके मोबाइल के जरिए लड़कियों की खरीद-बिक्री करने वाले गिरोह का पता लगाया जा रहा है।
थाना पुलिस को जानकारी मिली कि रामलखन पथ स्थित रामजतन प्रसाद के मकान में संदेहयुक्त लोगों का आना-जाना लगा है। वहां हाल में तीन लड़कियां लाई गई हैं, जो किसी और शहर की लगती हैं। दारोगा ने इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी। इसके बाद एएसपी अनिल कुमार के संचालन में गठित टीम को रेकी के लिए भेजा गया। जाँच पड़ताल के बाद पुलिस ने वहां धावा बोल दिया। मौके से दो-तीन ग्राहक भागने में कामयाब रहे।
गिरफ्तार हरेंद्र छपरा का रहने वाला है, जबकि रूबी हिलसा की निवासी है। उन्होंने देह व्यापार के लिए एक महीना पहले रामजतन के मकान की पहली मंजिल पर दो कमरे का फ्लैट किराए पर लिया था। दोनों पति-पत्नी बनकर फ्लैट लेते थे और कोलकाता के रेड लाइट एरिया से लड़कियों को एक सप्ताह के लिए यहां बुलाते थे।
वे एक सप्ताह के लिए लड़की को 15 हजार रुपये देते हैं। इसके एवज में वे उनसे दो-तीन गुणा अधिक कीमत वसूल लेते हैं। हरेंद्र और रूबी की चंगुल से मुक्त कराई गई युवती खुद को अनाथ बता रही है। कोलकाता से लड़कियों को पटना लाने वाले एजेंट का पता लगाया जा रहा है।