चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज दोपहर तीन बजे पटना से रांची के लिए रवाना होंगे। गुरुवार, 30 अगस्त को सीबीआई की विशेष कोर्ट में सरेंडर करेंगे। लालू के वकील के अनुसार, कोर्ट में पेशी के बाद वे रिम्स में भर्ती होंगे, जहां उनका इलाज चलेगा।
लालू यादव के वकील ने बताया कि सरेंडर करने के बाद उनका मेडिकल चेकअप कराया जाएगा और इसके बाद यह फैसला लिया जाएगा कि वह जेल में रहेंगे या उन्हें रिम्स भेजा जाएगा। बिगड़े स्वास्थ्य को लेकर लालू को रिम्स में एडमिट करने की ही बात सामने आ रही है।
बता दें कि रांची हाईकोर्ट में 24 अगस्त को लालू यादव की औपबंधिक जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया था और 30 अगस्त को सीबीआई कोर्ट में सरेंडर करने का आदेश दिया था।
वहीं, लालू के रिम्स में एडमिट करने खबर से रिम्स प्रबंधन के हाथ-पांव फूल रहे हैं। वजह ये है कि लालू को जो बीमारियां हैं उसके उपचार के लिए उनके पास उचित व्यवस्था ही नहीं है।
लालू के शुगर लेवल में खतरनाक तरीके से उतार -चढ़ाव होता है। किडनी की स्थिति भी अच्छी नहीं है। इसके इलाज के लिए रिम्स में किडनी रोग विशेषज्ञ (नेफ्रोलॉजिस्ट), मधुमेह रोग विशेषज्ञ (डायबिटोलॉजिस्ट) और गेस्ट्रोइंट्रोलॉजिस्ट नहीं हैं।
ऐसे में लालू की तबीयत अगर बिगड़ी तो रिम्स प्रबंधन को बदनामी की चिंता सता रही है। हाई कोर्ट को भी इसका भान है। अदालत ने एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों से संपर्क में रहने का निर्देश रिम्स प्रबंधन को दिया है। लालू का इलाज यहीं हुआ है।
एम्स से जब लालू मई में डिस्चार्ज होकर रिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराए गए तो उस समय वह 15 बीमारियों से जूझ रहे थे। इन 15 बीमारियों में टाइप टू डायबिटीज, हाइपरटेंशन, किडनी इंज्यूरी एंड क्रोनिक किडनी डिजीज, बाएं आंख में मोतियाबिंद और फैटी लिवर भी शामिल थे।
रिम्स के मेडिसीन विभाग के डॉ. उमेश प्रसाद और अन्य डॉक्टरों की टीम ने मई में लालू का इलाज किया था। इस सिलसिले मेंं जब डॉ. उमेश प्रसाद से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उस समय भी उन लोगों ने एम्स की ओर से दिए गए सुझावों को ध्यान में रखते हुए इलाज किया था। रिम्स के निदेशक डॉ. आरके श्रीवास्तव ने कहा कि हम लोग एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों से संपर्क में हैं। उसके आलोक में इलाज किया जाएगा। कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन होगा।