महाराष्ट्र एटीएस के भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद करने के मामले में अब पांचवें व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इसी मामले में पहले गिरफ्तार हुए लोगों से पूछताछ के दौरान पांच साल पुराने दाभोलकर हत्याकांड से जुड़े आरोपियों की भी गिरफ्तारी हो सकी है।
एटीएस ने 10 अगस्त को मुंबई के निकट नालासोपारा से वैभव राऊत नामक एक व्यक्ति को हथियारों के बड़े जखीरे के साथ गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के आधार पर बाद में शरद कलस्कर, सुधन्वा गोंधलेकर एवं श्रीकांत पंगारकर को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन लोगों से पूछताछ के आधार पर शुक्रवार की रात मुंबई के घाटकोपर से अविनाश पवार (30) को गिरफ्तार किया गया। एटीएस का कहना है कि महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर विस्फोट करवाने की साजिश रच रहे इन चारों के साथ अविनाश भी शामिल था। पवार के विरुद्ध आइपीसी, यूएपीए एवं आतंकी गतिविधियों से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में पहले गिरफ्तार किए गए तीन आरोपितों से पूछताछ के आधार पर ही पिछले सप्ताह पुणे से सचिन अंदुरे को गिरफ्तार किया गया था।
दाभोलकर हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ का दावा है कि अंदुरे ने ही 20 अगस्त, 2013 को अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक डॉ.नरेंद्र दाभोलकर पर गोली चलाकर उनकी हत्या कर दी थी। अंदुरे से पूछताछ के आधार पर सीबीआइ ने दावा किया है कि दाभोलकर की हत्या के समय सचिन कलस्कर मोटरसाइकिल चला रहा था। बता दें कि इन गिरफ्तारियों के बाद जांच एजेंसियां महाराष्ट्र में ही 20 फरवरी, 2015 को हुए गोविंद पानसरे हत्याकांड एवं उसके बाद कर्नाटक में हो चुके एमएम कलबुर्गी एवं गौरी लंकेश हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही हैं।