इस बार रक्षाबंधन पर अगर आप ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से किसी को राखी की ईमेज या संदेश भेज रहे हैं तो सावधान हो जाएं। इंटरनेट पर कई ऐसी फर्जी वेबसाइट चल रही है, जिसके जरिए अगर कोई यूजर किसी का ईमेल एड्रेस डालकर उसे एनिमेटेड ईमेज भेजता है तो उसके साथ कुछ वायरस भी साथ में जा रहे हैं, जिससे कम्प्यूटर और मोबाइल की स्पीड कम हो रही है। टेक्निकल जानकारों का कहना है कि बधाई संदेश और एनिमेटेड संदेश भेजते समय ऑनलाइन वेबसाइट का वेरिफिकेशन कर लिया जाए। कई वेबसाइट हैकर द्वारा संचालित होती है। आम यूजर को इसकी जानकारी नहीं होती है।
कई वेबसाइट पर बधाई संदेश देने के ऑप्शन दिखाई देते हैं। राखी पर भी इंटरनेट पर 20 से ज्यादा ऐसी वेबसाइट है जिस पर ऑनलाइन संदेश भेजने के ऑप्शन मौजूद है। इनमें से ज्यादातर वेबसाइट असुरक्षित है। तकनीकी एक्सपर्ट का कहना है कि दूसरों को संदेश भेजने या ईमेज प्रेषित करते समय वेबसाइट पर ईमेल एड्रेस मांगा जाता है। जिन्हें जानकारी का अभाव होता है वह किसी भी परिचित का ईमेल एड्रेस वेबसाइट पर डाल देता है। इससे सामने वाले का ईमेल वायरल हो जाता है। इसके बाद से ईमेल आईडी पर कई तरह के संदेश आना शुरू हो जाते हैं। कुछ संदेश के साथ वायरस भेजकर यूजर की एक्टिविटीज को चेक किया जाता है।
सायबर एक्सपर्ट चातक वाजपेयी का कहना है कि ईमेल बॉक्स में हर संदेश को खोलने से बचे। जिन्हें हम जानते हैं उनके ही ईमेल खोले जाए। कई बार ईमेल पर वायरल भेज दिए जाते हैं या हैकर ईमेल खोलते ही सिस्टम अपनी निगरानी में कर लेते हैं। इसकी जानकारी यूजर को भी नहीं लग पाती है। खासकर त्यौहारों के समय जैसे राखी, दिपावली पर ऑनलाइन एनिमेटेड संदेश भेजने वालों की संख्या बढ़ जाती है। इस समय यूजर को सतर्क रहने की जरूरत है कि वे जिस वेबसाइट या एप का उपयोग कर रहे हैं वह कितनी सुरक्षित है और किसी तरह की निजी जानकारी तो नहीं ले रहे।