प्रदेश में ही नहीं बल्कि एनसीआर और दिल्ली में ऑनलाइन ठगी की वारदातों के तार झारखंड के जामताड़ा जिले से जुड़े हैं। ठगी करने वाले जंगलों से अपना नेटवर्क चलाते हैं। उन्होंने ही 36 लाख का रिफंड बताकर अंबाला के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल करतार ¨सह हुड्डा को 50 लाख रुपये की ठगी कर ली थी। उन्होंने ठगों के कहने पर दिल्ली, नोएडा, ग्वालियर और फरीदाबाद के 13 बैंक खातों में रकम डाली थी। अंबाला पुलिस की जांच में ये सभी बैंक खाते फर्जी निकले हैं। इतना ही नहीं जिन मोबाइल नंबरों से हुड्डा से संपर्क किया गया उन नौ मोबाइल नंबर भी फर्जी आइडी पर लिए गए हैं। जामताड़ा नक्सल प्रभावित होने कारण पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।
अंबाला छावनी के डिफेंस कालोनी निवासी रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल करतार ¨सह हुड्डा की शिकायत पर पंजोखरा पुलिस ने 26 अप्रैल 2018 को लेफ्टिनेंट कर्नल रणधीर ¨सह, एके खुराना, राजीव शर्मा, ओपी शर्मा, अमर माथुर, आरएमएस मलिक, आरके चावला, स्वर्ण और रामधन वर्मा के खिलाफ पंजोखरा पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। हुड्डा को आई पहली कॉल लेफ्टिनेंट कर्नल बनकर रणधीर ¨सह ने ही की थी। उसने बताया था कि आपका आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस का करीब 36 लाख का रिफंड आया है, इसके लिए आपको 32 हजार रुपये जमा करवाने होंगे। 32 हजार के बाद दिल्ली, छिनवाड़ा, नोएडा, फरीदाबाद और ग्वालियर आदि के बैंक खातों में धीरे-धीरे कर 50 लाख रुपये डलवा लिए। एसपी अशोक कुमार ने कहा कि सभी बैंकों से फर्जी दस्तावेज लेकर तफ्तीश को आगे बढ़ाया जा रहा है। उनका कहना है कि सभी ठगी का सीधा ¨लक झारखंड के जामताड़ा में मिलता है।
अगर आपके मोबाईल फोन पर कॉल आए और कोई आपसे आपके एटीएम कार्ड का नंबर और पिन पूछे तो सावधान रहें, नहीं तो पिन नंबर बताते ही आपके खाते से राशि गायब हो जाएगी और आपको यह भी पता नहीं लग पाएगा कि आपके खाते से किसने राशि गायब कर दी। इसके अलावा जिस नंबर से आपके पास कॉल आई थी वह भी बंद मिलेगा। साइबर क्राइम से जुड़े युवा एवं लड़कियां ज्यादा पढ़ी-लिखी भी नहीं हैं, मगर फर्राटेदार इंग्लिश एंव शुद्ध ¨हदी बोलते हैं, ताकि सामने वाला प्रभावित होकर उसके चंगुल में फंस जाए।