कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने रविवार को अनौपचारिक तौर पर कई वरीय नेताओं को लालपुर स्थित एक होटल में भोजन पर बुलाया जिसका मकसद खालिस राजनीतिक था। कांग्रेस नेताओं के आपसी गिले-शिकवे दूर करने से लेकर चुनाव की तैयारियों तक पर चर्चा होनी थी। कार्यक्रम में प्रदीप बलमुचू, सुखदेव भगत, रामेश्वर उरांव, राजेंद्र प्रसाद सिंह, धीरज प्रसाद साहू सरीखे वरीय नेता रहे।
इनमें से कुछ तो ऐसे भी थे जो प्रदेश अध्यक्ष की कार्यप्रणाली से खिन्न चल रहे थे और उनसे दूरियां कम करने की कवायद असर करती भी दिखी। चुपचाप आयोजित इस भोज को लेकर कोई कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष ने इन्कार कर दिया है, सिर्फ इतना कहा कि घर की बात है, घर में ही रहे तो अच्छा हो।
सूत्र बताते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष द्वारा आयोजित बैठक सह भोजन कार्यक्रम में प्रदेश के दो दर्जन से अधिक वरीय नेता आमंत्रित थे। इसमें नाराज चल रहे पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय के पहुंचने की भी सुगबुगाहट थी लेकिन सुबोधकांत सहाय ने स्वयं कहा कि उन्हें कुछ नहीं पता। इस बैठक का एजेंडा आम चुनाव के पूर्व के तमाम कार्यक्रमों को तय करना और आपसी गलतफहमियों को दूर करना था।
बैठक में कोलेबिरा उपचुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। तमाम विपक्षी पार्टियों के बीच समन्वय बनाने की जिम्मेदारी को लेकर भी नेताओं ने विमर्श किया। समझा जा रहा है कि इन मुद्दों पर एक बार फिर से बैठक जल्द ही होगी। पार्टी आंतरिक अनुशासन और विपक्षी पार्टियों के साथ समन्वय बनाकर आगे बढ़ना चाहती है।