इंडोनेशिया के लम्बोक द्वीप में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रविवार को स्थानीय समय 14:56 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.9 मापी गई। भूकंप आने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए दफ्तर और घर से निकल कर बाहर आ गए।
रविवार को पहला झटका 6.3 तीव्रता का था, जिसके बाद वहां भूस्खलन हुआ और लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में दौड़ पड़े। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप के पहले झटके के बाद भूकंप का दूसरा झटका 12 घंटे के बाद महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता 6.9 मापी गई और इसके बाद करीब पांच और तेज झटके महसूस किए गए।
बता दें कि इंडोनेशिया में जुलाई में आए झटकों से पहले ही 400 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। रविवार को पांच लोगों की मौत बाद 27 जुलाई से लेकर अब तक भूकंप में मरने वालों की कुल संख्या 465 हो गई है। आपदा प्रबंधन एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट से संकेत मिला है कि भूकंप से कम से कम 200 घर तबाह हो चुके हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ को उन्होंने बताया कि झटकों से काफी नुकसान हुआ है और कई लोगों ने घर से पलायन कर अस्थायी शिविरों में आश्रय ले लिया है।
इंडोनेशिया में भूकंप का ज्यादा खतरा रहता है, क्योंकि ये देश ‘रिंग ऑफ फायर’ यानी लगातार भूकंप और ज्वालामुखीय विस्फोटों की रेखा पर स्थित है। ये रेखा प्रशांत महासागर के लगभग पूरे हिस्से को घेरती है।