इस 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत- नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम चालू करने का ऐलान किया। आयुष्मान भारत योजना को ‘मोदीकेयर’ के नाम से भी जाना जाता है। केंद्र सरकार की ओर से इस स्कीम को 25 सितंबर को लॉन्च किया जा सकता है। इस योजना के तहत करीब 10 करोड़ परिवारों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये का मेडिकल कवर मिलेगा। सरकार के अनुसार, यह योजना ट्रस्ट मॉडल या इंश्योरेंस मॉडल पर काम करेगी और पूरी तरह कैशलेस होगी। एसईसीसी (सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना) डेटाबेस ने बताया है कि, इस योजना से 10 करोड़ से अधिक गरीब आबादी वाले परिवारों को फायदा पहुंचेगा।
‘आयुष्मान भारत’ योजना ग्रामीण और शहरी आबादी दोनों को कवर करेगी। सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) डेटा के अनुसार 10.74 करोड़ गरीब, वंचित ग्रामीण परिवारों और शहरी श्रमिकों के परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा
इस योजना में परिवार के सभी सदस्य शामिल होंगे। इसमें विशेष रूप से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्गों को फायदा पहुंचेगा।
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना के लाभ कवर में वर्तमान और पूर्व में अस्पताल में भर्ती सभी खर्च शामिल होंगे। पॉलिसी के पहले दिन से सभी पूर्व और मौजूदा स्थितियों को इसमें कवर किया जाएगा। इसके तहत अस्पताल में भर्ती लाभार्थी को परिवहन भत्ता भी दिया जाएगा।
इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि निजी अस्पतालों में भी इलाज करा सकेगा। आयुष्मान भारत योजना का लाभ पूरे देश में पोर्टेबल है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत, उपचार के लिए भुगतान पैकेज दर के आधार पर किया जाएगा। पैकेज दरों में उपचार से जुड़े सभी खर्च शामिल होंगे।
आयुष्मान भारत योजना की घोषणा आम बजट 2019 के दौरान की गई थी। इस योजना के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए तक के फ्री हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का इलाज कवर होगा। कोई भी व्यक्ति (विशेष रूप से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग) इलाज से वंचित न रह जाए, इसके लिए स्कीम में फैमिली साइज और उम्र पर कोई सीमा नहीं लगाई गई है।