मझगांव कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से बुधवार को छात्राओं के विद्यालय छोड़कर भागने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पूर्व भी इसी विद्यालय से करीब तीन बार छात्राएं अलग-अलग कारणों से भागीं हैं। 2015 में खूंटपानी कस्तूरबा विद्यालय से छात्राएं अपनी मांगों को लेकर पैदल ही स्कूल से निकल कर जिला मुख्यालय चाईबासा आ गईं थी। शिक्षा विभाग व पुलिस पदाधिकारियों ने किसी तरह समझाकर सभी छात्राओं को वापस विद्यालय भेजा था। इसके बाद 2016 में कुमारडुंगी कस्तूरबा गांधी विद्यालय से तत्कालीन वार्डन पर आरोप लगाकर वहां की छात्राएं स्कूल से भागी थीं। बाद में प्रशासनिक पदाधिकारी के समझाने से सभी लौट गई थीं। मझगांव कस्तूरबा गांधी विद्यालय में 2016 में ही तत्कालीन वार्डन के विरोध में वहां की छात्राएं एक साथ स्कूल छोड़कर घर चली गई थीं। छात्राओं के विरोध के बाद वहां की वार्डन को हटा दिया गया था। उसके बाद छात्राओं को परिजनों ने विद्यालय में भेजा था।
पहले भी भागी हैं छात्राएं स्कूलों से , कस्तूरबा
