महानंदा एक्सप्रेस में एक महिला मरीज शाहजहां खातून बिहार के मधेपुरा से अपने भाई और बेटी के साथ इलाज कराने दिल्ली जा रही थी। ट्रेन में ही उनका ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया है और मरीज़ को सांस लेने में तकलीफ़ होने लगी। जिसकी शिकायत रेलवे को दी गई। जिके बाद जीआरपी ने ऑक्सीजन सिलेंडर का प्रबंध चलती ट्रेन में किया।
जीआरपी आगरा को सूचना मिली कि ट्रेन नं 15483 में एक यात्री की तबियत खराब है औऱ उसे ऑक्सीजन सिलेंडर की जरुरत है। पुलिस अधीक्षक रेलवे अभिषेक यादव मामले की जानकरी दी गई उन्होंने पीआरओ सचिन कौशिक को घटना की जानकारी दी। सचिन कौशिक ने एक परिचित डॉक्टर की मदद लेकर निरीक्षक जीआरपी इटावा से सम्पर्क कर मरीज के लिए चलती ट्रेन में ही ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर दी। परिजनों ने टूंडला स्टेशन पर पहुंच कर दोबारा सचिन कौशिक को अवगत कराया कि हमारा सिलेंडर छोटा होने के कारण (2 लीटर) ख़त्म होने में है और हम दिल्ली तक नहीं पहुंच पाएंगे, आप एक सिलेंडर और दिलवा दीजिए। सचिन कौशिक द्वारा प्रभारी निरीक्षक अलीगढ़ जंक्शन विजय सिंह। दूसरे सिलेंडर की व्यवस्था हो गयी, लेकिन ट्रेन तक नहीं पहुंच पाए उससे पहले ट्रेन चल पड़ी। यात्रियों ने चेन पुलिंग कर उस महिला मरीज़ को दूसरा सिलेंडर उपलब्ध कराया।