श्रावन या सावन मास 28 जुलाई से शुरू हो गया है। इस महीने भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत रखते हैं। माना जाता है कि व्रत रखने से भोलेनाथ भक्तों की सारी मनोकामना पूरी करते हैं। कहा जाता है कि जिनकी शादी नहीं हुई है भगवान शिव उन्हें अच्छे वर का वरदान देते हैं।
इस बार सावन के महीने में चार सोमवार आएंगे। पहला सोमवार आज है। दूसरा 06 अगस्त को और तीसरा सोमवार 13 अगस्त को है। चौथा और सावन का आखिरी सोमवार 20 अगस्त को है। 26 अगस्त को सावन का आखिरी दिन है। बहुत से लोग सावन या श्रावण के महीने में आने वाले पहले सोमवार से ही 16 सोमवार व्रत की शुरुआत करते हैं।
पूजा करे इस तरह से .
सुबह-सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर साफ़ सुथरे कपड़े पहनें।
जहाँ पूजा करनी है उस स्थान की सफाई करें।
आसपास कोई मंदिर है तो वहां जाकर भोलेनाथ के शिवलिंग पर जल व दूध व जल अर्पित करें।
भोलेनाथ के सामने आंख बंद शांति से बैठें और व्रत का संकल्प लें।
दिन में दो बार सुबह और शाम को भगवान शंकर व मां पार्वती की पूजा अर्चना जरूर करें।
भगवान शिव के सामने तिल के तेल का दीया जलाये और फल व पुष्प अर्पित करें।
ऊं नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते हुए भगवान शिव को सुपारी, पंच अमृत, नारियल व बेल की पत्तियां चढ़ाएं।
सावन सोमवार व्रत कथा का पाठ करें और दूसरों को भी व्रत कथा सुनाएं।
पूजा का प्रसाद वितरण करें और शाम को पूजा कर व्रत खोलें।