रजिस्टर में लिखा है- आप क्रिया की गति में सुधार बढ़ाओ, आप भटक रहे हो। सभी एक छत के नीचे मेल-मिलाप कर इसे सुधारो।
– ललित के घर में 5 जून 2013 से 30 जून 2018 तक लिखे गए 11 रजिस्टर मिले
– जांच दल ने पूछताछ के लिए 8 रिश्तेदारों को नोटिस जारी किया
नई दिल्ली. बुराड़ी के संतनगर के घर में 11 लोगों की मौत के मामले में एक और खुलासा हुआ है। ललित अपने पिता के साथ परिवार के सात अन्य सदस्यों की आत्माओं को भी मोक्ष दिलाना चाहते थे। रजिस्टर में एक नोट में उन्होंने इसका जिक्र किया है। बताया जाता है कि ललित पिता की ओर से सपनों में दिए निर्देशों को रजिस्टर में उतार लेते थे और उनका पालन करते थे।
ललित ने रजिस्टर में 9 जुलाई 2015 को लिखा था, “आप क्रिया की गति में सुधार बढ़ाओ, आप भटक रहे हो। सभी एक छत के नीचे मेल-मिलाप कर इसे सुधारो। अभी 7 आत्माएं मेरे साथ भटक रही हैं। क्रिया में सुधार करोगे तो गति बढ़ेगी। मैं इस चीज के लिए भटक रहा हूं, ऐसे ही सज्जन सिंह, हीरा, दयानंद, कर्मचंद, राहुल, गंगा और जमुना देवी मेरे सहयोगी बने हुए हैं। ये भी यही चाहते हैं कि तुम सब सही कर्म कर जीवन सफल बनाओ। जब हमारे काम पूरे हो जाएंगे तो हम लौट जाएंगे।” रजिस्टर के मुताबिक इसके लिए ललित ने शनिवार-रविवार की रात को एक कप में पानी भी रखा था। रजिस्टर में लिखा गया है कि कप के पानी का रंग जैसे-जैसे बदलेगा, वैसे-वैसे उन सदस्यों को मोक्ष की प्राप्ति होगी।
रजिस्टर में ज्यादातर बातें प्रियंका ने लिखीं : क्राइम ब्रांच को ललित के घर से 5 जून 2013 से 30 जून 2018 तक लिखे गए 11 रजिस्टर मिले हैं। इनमें चार अलग-अलग लिखावटे हैं। ज्यादातर बातें ललित की भांजी प्रियंका ने लिखी हैं। पुलिस एक्सपर्ट से अन्य लिखावटों का भी मिलान करवा रही है। क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने बताया कि रजिस्टर में लिखी बातों के बारे में मनोचिकित्सकों से भी मशविरा किया जाएगा। पुलिस जानना चाहती है कि परिवार के सदस्यों की मनोस्थिति किस स्तर तक पहुंच चुकी थी।
ध्रुव और शिवम के हाथ जबरन बांधे गए थे : ललित और भूपी के बेटे ध्रुव और शिवम के हाथों पर गहरे जख्म मिले हैं। ऐसे में पुलिस का मानना है कि दोनों ने इस साधना का विरोध किया होगा। संभवत: उनके हाथ जबर्दस्ती बांधे गए।
70 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की तैयारी : क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार को मृतक परिवार के आठ रिश्तेदारों को नोटिस जारी किया। इनसे ललित की मनोदशा के बारे में पूछताछ की जाएगी। क्राइम ब्रांच ने पूछताछ के लिए उन 60 लोगों की सूची भी बनाई है जो कारोबार के सिलसिले में अक्सर ललित से मोबाइल पर संपर्क में रहते थे। पड़ोसियों से भी यह जानने की कोशिश हो रही है कि घटना से पहले परिवार के सदस्यों का व्यवहार सामान्य था या बदला हुआ था।