मध्यप्रदेश के मंदसौर में 8 साल की बच्ची से गैंगरेप करने के दूसरे आरोपी आसिफ को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपियों से अभी पूछताछ कर रही है और मामले की परतें खोलने में जुटी है। इधर बच्ची जिस हाल में उसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। दरिंदों ने मासूम से ऐसा सुलूक किया है जिसे सुनकर रूह कांप जाए। बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया बच्ची के शरीर का कोई भी भीतरी अंग ऐसा नहीं बचा जिसमें गंभीर चोंट या जख्म न हो।
मंदसौर पुलिस ने शुक्रवार को देर शाम गैंगरेप के दूसरे आरोपी आसिफ को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि आसिफ ने भी बच्ची का बलात्कार किया था। मंदसौर कोतवाली थाना के इंचार्ज इंस्पेक्टर जीतेंद्र सिंह यादव ने बताया 24 वर्षीय आसिफ माधेपुरा में रहता है जहां पहला आरोपी इरफान भी रहता है। यहां दोनों एक कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूरी करते हैं।
इंस्पेक्टर यादव ने बताया कि इरफान और आसिफ दोनों साथ में बैठ कर शराब पिया करते थे और छोटे-मोटे अपराध एक साथ करते थे। इसीलिए यह बात पक्की है गैंगरेप में भी आसिफ इरफान के साथ रहा होगा। पुलिस ने बताया कि जब इरफान से इस मामले में पूछताछ की गई तो उसने मामले में आसिफ के शामिल होने की बात कबूली।
एमवाई हास्पिटल में बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने इलाज के दौरान पाया कि कोई चीज जो लोहे का रॉड या लकड़ी की छड़ी हो सकती है बच्ची के प्राइवेट के शरीर में घुसाई गई है। बच्ची के साथ जो दरिंदगी की गई है वह उसके शरीर से आंतों को बाहर निकालने के लिए काफी था। आंते सिर्फ बाहर नहीं निकली बल्कि छत विछत अवस्था में मिलीं हैं जिससे वहशी दरिंदों की हैवानियत अंदाजा लगाया जा सकता है। डॉक्टरों ने शुक्रवार को बच्ची के शरीर में दो सर्जरी की जिसमें तीन घंटे से ज्यादा का वक्त लगा।
मंदसौर में बच्ची की साथ जो हैवानियत हुई है उससे दिसंबर 2012 में हुए दिल्ली गैंगरेप की याद ताजा हो गई है। मेडिकल की छात्र से चलती बस में दरिंदों ने जो हैवानियत की उससे पूरे देश को झकझारे दिया था। पीड़िता को इतने भीषण जख्म दिया गया था कि इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई थी।
स्कूल के बाहर से अगवा हुई थी बच्ची
मंगलवार की शाम को स्कूल के बाहर बच्ची अपने पैरेंट्स का इंतजार कर रही थी कि उसे आकर ले जाएं। तभी वहीं इरफान पहुंचा और बच्ची को अगवा कर बस स्टैंड एरिया में ले गया। यहां लक्षमण दरवाजा के पास उसने और उसके साथियों ने झाड़ी के पीछे बच्ची का बलात्कार किया और फिर गला काट दिया। आरोपियों ने बच्ची को मरा समझकर एक खाली प्लॉट में फेंक दिया।
आरोपी इरफान ने बच्ची की गला चाकू से काटकर हत्या करने की कोशिश की थी जिसे पुलिस ने घटना के 24 घंटे भीतर ही बुधवार को गिरफ्तार कर लिया था।
लोगों में भारी आक्रोश-
घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। बच्ची साथ हुई हैवानियत से गुस्साई भीड़ ने पुलिस और आरोपियों के खिलाफ जगह जगह प्रदर्शन किए। मामले में शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया के लोगों को फटकार लगाते हुए कहा कि बलात्कारी धरती का बोझ हैं। ये धरती पर जीने लायक नहीं हैं।