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खूंटी में बच्चों के बीच से पांच लड़कियों को उठाकर ले गए थे अपराधी

खूंटी में तथाकथित पत्थलगड़ी समर्थकों के द्वारा नुक्कड़ नाटक करने गई टीम में शामिल लड़कियों के साथ गैंगरेप मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय गंभीर है। गुरुवार को पुलिस मुख्यालय के आदेश पर डीआईजी अमोल वी होमकर खूंटी गए थे। पांच घंटे से अधिक चली पड़ताल के बाद पुलिस ने पत्थलगड़ी समर्थकों के साथ अपराधिक तत्वों की भी संलिप्तता की बात कही है। राज्य पुलिस मुख्यालय ने घटना के संबंध में एक अनौपचारिक रिपोर्ट सरकार को भेजी है।

 

 

कौन हैं गैंगरेप करने वाले: सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में जिक्र है कि कांड में मुरहू के तिनतिला गांव का कुशल मुंडा व चार-पांच युवक शामिल हैं। घटना के बाद इलाके में यह प्रचारित किए जाने का भी जिक्र रिपोर्ट में है कि बाहरी लड़कियां पत्थलगड़ी क्षेत्र में आएंगी तो यही हश्र होगा।

 

 

क्या है सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में

 

रिपोर्ट में जिक्र है कि 19 जून को 11 बजे जीआरप्पा खूंटी से लड़के-लड़कियों की टीम ट्रैफिकिंग के संबंध में जागरुकता फैलाने अड़की के कोचांग गयी थी। नुक्कड़ नाटक करने वाली टीम को एक संस्था के द्वारा बुलाया गया था। कोचांग बाजार में पहले संस्था ने नुक्कड़ नाटक किया। यहां नुक्कड़ नाटक का आयोजन खूंटी के संजय नाम के व्यक्ति द्वारा किया गया था। इसके बाद पूरी टीम आरसी मिशन स्कूल कोचांग के प्रिंसिपल के बुलावे पर स्कूल आयी। स्कूल में नुक्कड़ नाटक चल रहा था। बच्चों की मौजूदगी में नुक्कड़ नाटक करने वाली टीम परफार्म कर रही थी। इसी दौरान दो बाइक से हथियार बंद युवक आए। युवकों ने स्कूल के बच्चों व प्रिंसिपल की मौजूदगी में नुक्कड़ टीम की युवतियों को उठाया, इसके बाद जंगल की तरफ ले गए। जंगल में ही सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इस दौरान वीडियो भी बनाया गया। शाम तकरीबन छह बजे युवतियों को वापस स्कूल में छोड़ दिया गया था। इस दौरान युवतियों को धमकाया भी गया था कि मामले में किसी को कुछ न कहें।

 

घटना को दबाने की कोशिश

 

डीआईजी ने कहा कि इस अमानवीय घटना को दबाने की पूरी कोशिश की गई। अपुष्ट जानकारियों के आधार पर जिले के डीसी सूरज कुमार और एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने इसकी जांच शुरू की। बुधवार की रात एक पीड़िता को ढूंढ़ निकाला गया। उससे पूछताछ के बाद अन्य पीड़िताओं को भी प्रशासन ने ढूंढ़ निकाला। इन पीड़िताओं के अलावा टीम के पुरुष सदस्यों से लगभग छह घंटे तक डीआईजी एबी होमकर, डीसी सूरज कुमार, एसडीएम प्रणव कुमार पॉल, महिला थाना प्रभारी मीरा सिंह समेत विधिक विशेषज्ञों ने गहन पूछताछ की।

 

 

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