मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के पालघर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बधाई दी। साथ ही उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इन उपचुनाव के दौरान चुनाव आयोग पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे। चुनाव आयोग का उपचुनाव पर कोई कंट्रोल नहीं था। ऐसे में सभी पार्टियों को मिलकर चुनाव आयोग के खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज करानी चाहिए।
उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि चुनाव आयोग ने अब अपनी विश्वसनीयता खो दी है। इन उपचुनावों के दौरान यह साफ देखने को मिला। चुनाव आयोग का कोई कंट्रोल देखने को नहीं मिला। भ्रष्टाचार तक के आरोप चुनाव आयुक्त पर लगे। ऐसे में सभी पार्टियों को मिलकर चुनाव आयोग के खिलाफ कोर्ट जाना चाहिए। चुनाव आयोग की शिकायत करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि चुनाव आयुक्त को नियुक्त करने की जगह उनका चुनाव होना चाहिए। इससे भ्रष्टाचार की आशंका कम होगी।
उद्धव ने भाजपा को पालघर में जीत की बधाई जरूर दी, लेकिन साथ ही अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी। उन्होंने कहा कि भाजपा को दो लोकसभा सीटों पर हार का भी सामना करना पड़ा। इससे प्रतीत होता है कि भाजपा अब धीरे-धीरे बहुमत खो रही है। भाजपा पालघर सीट 2014 के मुकाबले कम अंतर से जीती है। उन्होंने कहा कि भाजपा को अब दोस्तों की जरूरत नहीं रही। इसीलिए वे सहयोगियों की परवाह नहीं करते हैं। वैसे बता दें कि शिवसेना और भाजपा का साथ काफी पुराना है। बालासाहेब ठाकरे और अटल बिहारी वाजपेयी से इस गठबंधन की शुरुआत हुई थी। लेकिन शिवसेना ने पिछले दिनों लोकसभा चुनाव अलग लड़ने की घोषणा कर अपने इरादे साफ कर दिए थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनका भी जादू महाराष्ट्र में नहीं चला। उन्होंने कहा, ‘भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए भेजा था। लेकिन उनका कोई प्रभाव यहां देखने को नहीं मिला। हम भी उन्हें शिवाजी महाराज का अपमान करने के लिए कभी माफ नहीं करेंगे।