मुजफ्फरपुर जिले के धरमपुर हादसे में नौ बच्चों की मौत के मामले के मुख्य आरोपित मनोज बैठा की गिरफ्तारी की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा रही। इसके बाद लोग इसकी पुष्टि के लिए मीडिया केंद्रों में रातभर फोन करते रहे। अभी तक पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। इस बीच भाजपा ने भी मनोज बैठा को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
सोशल मीडिया पर चर्चा उठी कि मनोज बैठा को सोनबरसा थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार पासवान लेकर मुजफ्फरपुर गए हैं। हालांकि, सीतामढ़ी एसपी हरि प्रसाद. एस तथा मुजफ्फरपुर के एसएसपी विवेक कुमार ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। इस बीच बिहार सकार में मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा है कि मनोज बैठा को पुलिस पाताल से भी खोज निकालेगी।
क्या है मामला?
मालूम हो कि शनिवार को मीनापुर के धरमपुर में उत्क्रमित मध्य विद्यालय के डेढ़ दर्जन बच्चों को तेज गति से आ रही बोलेरो ने रौंद दिया था। इसमें नौ बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 10 अन्य घायल हो गए थे। घटना ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी।
मामले में दर्ज प्राथमिकी में भाजपा नेता मनोज बैठा को आरोपित बनाया गया था। बोलेरो भी उसकी है। हादसे के समय भी बोलेरो उसके द्वारा ही चलाए जाने की बात कही जा रही है। आरोपित के भाजपा नेता होने के कारण मामले ने विपक्ष को मुद्दा दे दिया। इस कारण पुलिस पर उसकी गिरफ्तारी का दबाव बढ़ गया है।
बीजेपी ने किया पार्टी से बर्खाश्त
इस बीच भाजपा ने सड़क हादसे को लेकर विवादों में आए मनोज बैठा को पार्टी से निलंबित कर दिया है। सीतामढ़ी जिले के भाजपा जिलाध्यक्ष सुबोध सिंह ने मनोज को छह वर्षों के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया है। मनोज के खिलाफ की गई कार्रवाई से सीतामढ़ी जिलाध्यक्ष ने बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय को अवगत करा दिया है।