बिहार में मैट्रिक की परीक्षा बुधवार से शुरू हो रही है। 21 फरवरी से 28 फरवरी तक ये परीक्षा दोनों पालियों में होगी। परीक्षा में कदाचार को रोकने के लिये इस बार बोर्ड ने स्पेशल गाइडलाइन्स बनाये हैं। समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षा को कदाचार एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए परीक्षार्थियों को निर्धारित समय से दस मिनट पहले परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने का निर्देश दिया है।
परीक्षा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बोर्ड अध्यक्ष के मुताबिक जहां परीक्षार्थियों को चप्पल पहन कर परीक्षा देने आना है वहीं कोई भी केंद्राधीक्षक स्मार्ट फोन या कैमरा वाला फोन लेकर सेंटर में नहीं जाएगा। सभी केंद्राधीक्षकों को बिना कैमरा वाला मोबाइल फोन खरीदने के लिये बोर्ड 1200 रुपया देगा तथा परीक्षा के बाद मोबाइल सेट बोर्ड आॅफिस में जमा करना होगा। बोर्ड ने ने कहा कि किसी भी स्थिति में एक बेंच पर दो बच्चों से अधिक बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कमरा नहीं रहने पर बरामदे या तंबू लगवाकर एक बेंच पर दो छात्रों के बैठने की व्यवस्था करायी जायेगी। इसके अलावा परीक्षा केंद्र के 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू रहेगी। 21 फरवरी से 28 फरवरी तक आयोजित होने वाली मैट्रिक की परीक्षा में 17.68 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। इन परीक्षार्थियों के लिए 1426 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बीएसईबी का दावा है कि परीक्षा को कदाचारमुक्त संपन्न कराने के लिए पूरी व्यवस्था की जा रही है