नई दिल्ली : अपनी चार दिवसीय विदेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फिलिस्तीन पहुंचें। उन्होंने संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान फिलिस्तान के राष्ट्रपति अब्बास का शुक्रिया अदा किया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत फिलिस्तीन के हितों के प्रति वचनबद्ध है। मैं आपकी शानदार मेहमान नवाजी के लिए फिलिस्तीन का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि आपने मेरे सम्मान में जो शब्द कहें और जिस गर्मजोशी के साथ मेरा और मेरे शिष्टमंडल का स्वागत किया, उसके लिए मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आज आपने मुझे फिलीस्तीन के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है। ये मेरे साथ-साथ पूरे भारत के लिए सम्मान का विषय है। मैं सवा सौ करोड़ देशवासियों की ओर से आपका शुक्रिया करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और फिलिस्तीन का संबंध समय की कसौटी पर खरा उतरा है। फिलिस्तीन हमारी विदेश नीति में हमेशा टॉप पर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे यह घोषणा करने में खुशी हो रही है कि हम इस साल छात्रों की संख्या आदान-प्रदान को दोगुना कर 50 से 100 कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मित्रता को नवीनता प्रदान करते हुए मुझे खुशी हो रही है। अबू अमार को श्रद्धांजलि देने का मुझे मौका मिला। अबू अमार भारत के भी एक विशिष्ट मित्र थे। मैं अबू अमार को एक बार फिर आदर पूर्वक श्रद्धांजलि प्रदान करता हूं।
उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन के लोगों ने निरंतर चुनौतियों और संकट की स्थिति में अद्भुत साहस का परिचय दिया। आपने परिस्थितियों से निबटने के लिए चट्टान जैसी शक्ति से भी निबटने का काम किया है। प्रगति को बाधित करने वाले चुनौतियों से भी आपने संघर्ष किया है। जिन चुनौतियों और बाधाओं के बीच आप आगे बढ़ें हैं वो सराहनीय हैं। हम आपके उज्जवल भविष्य की मंगलकामना करते हैं। भारत आपका पुराना सहयोगी है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम फिलिस्तीन में शांति और स्थिरता की आशा करते हैं, हमें विश्वास है कि बातचीत से ही एक स्थायी समाधान संभव हो पाएगा। केवल कूटनीति और दूर दृष्टि ही हिंसा से मुक्ती दिला सकता है। हम जानते हैं कि यह आसान नहीं है, लेकिन हमें प्रयास करना जारी रखना चाहिए क्योंकि बहुत कुछ दांव पर है। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने राष्ट्रपति अब्बास को आश्वासन दिया है कि भारत फिलीस्तीनी लोगों के हितों का हमेशा ख्याल रखेंगे। भारत को उम्मीद है कि जल्द ही फिलिस्तीन एक शांतिपूर्ण तरीके से स्वतंत्र देश के रूप में सामने आएगा।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास और सूचना प्रद्योगिकी में फिलिस्तीन के लिए ट्रेनिंग के स्लॉट को बढ़ाया गया था। हम अपने विकास सहयोग को आगे बढ़ा रहे हैं। द्विपक्षीय स्तर हम मिनिस्ट्रियल लेवल के माध्यम से अपने संबंधों को बेहतर बनाने में सही साबित हुए हैं। हमारे युवाओं निवेश करना और उनके स्किल डेवलेपमेंट में सहयोग करना एक साझी प्राथमिकता है। हमारी आकाक्षाएं फिलिस्तीन युवाओं के भविष्य को लेकर वैसी हैं जैसी हम भारत के युवाओं के प्रति रखते हैं।
हमारी नई पहल के हिस्से के रूप में यहां रमल्लाह में एक टेक्नोलॉजी कार्य शुरू किया है, जिसका निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। इससे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। इससे पहले पीएम मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति यासिर अराफात की कब्र पर जाकर श्रद्धांजलि दी और इसके बाद उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।