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चांद से 15% बड़ा दिखा सुपर ब्लू ब्लड मून, 150 साल बाद हुआ यह अनूठा संयोग

first full moon eclipse of this year

नई दिल्ली : वर्ष 2018 का पहला चंद्रग्रहण 31 जनवरी को दिखाई दिया। यह घटना इसलिए भी खास है कि इस बार का चंद्रग्रहण तीन रंगों में नजर आया। खगोल शास्त्रियों के मुताबिक महीने में दूसरी पूर्णिमा और चंद्रग्रहण के साथ ब्लू मून के दिखने की घटना 150 साल में पहली बार हुई है। लोगों के बीच इसे लेकर काफी उत्सुकता देखी गई। वहीं, चंद्रग्रहण की अवधि के दौरान देशभर के मंदिरों के कपाट भी बंद रखे गए। पूर्ण चंद्रग्रहण (सुपर मून) की अवधि 77 मिनट रही।

भारत में कहां और कब देखा गया चंद्रग्रहण?

– भारत में दिल्ली, भोपाल, चेन्नई, जयपुर, कोलकाता, भुवनेश्वर, सूरत, देहरादून, मेरठ, बेंगलुरु समेत कई जगहों पर पूर्ण चंद्रग्रहण देखा गया।

– चंद्रग्रहण 4.21 मिनट पर शुरू हुआ, लेकिन भारत में ये 6.45 मिनट पर दिखना शुरू हुआ।

–  रात करीब 9.48 बजे तक ये चंद्रग्रहण पूरा हुआ।

सुपर मून क्या होता है?

चंद्रमा का अपने सामान्य आकार से ज्यादा बड़ा दिखाई देना सुपर मून कहलाता है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक होता है। यह 30 फीसदी ज्यादा चमकदार भी दिखाई देता है। सुपर मून में चंद्रमा धरती के सबसे नजदीक होने के साथ ही आमतौर पर दिखने वाले चांद से 15 फीसदी बड़ा दिखाई देता है।

ब्लू मून क्या होता है? 

यहां ब्लू का मतलब चांद के कलर से नहीं है। दरअसल, एक महीने में जब दो पूर्णिमा पड़ती हैं तो इस स्थिति को ब्लू मून कहते हैं। इस बार 2 जनवरी को पूर्णिमा थी और दूसरी 31 जनवरी को। NASA के मुताबिक, ब्लू मून हर ढाई साल में एक बार नजर आता है।

ब्लड मून क्या होता है? 

बीएम बिरला साइंस सेंटर के डायरेक्टर बीजी सिद्धार्थ ने न्यूज एजेंसी को बताया, “जब तीनों (सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा) एक सीध में होंगे तो यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। हालांकि, इस दौरान सूर्य की कुछ किरणें पृथ्वी के एटमॉस्फेयर से होकर चंद्रमा पर पड़ती हैं। इस दौरान वह हल्का भूरे और लाल रंग में चमकता है। कुछ लोग इसे ब्लड मून भी कहते हैं।”

चंद्रग्रहण देखने के लिए क्या इंतजाम किए गए? 

स्पेस इंडिया जैसी कई ऑर्गनाइजेशंस ने देश के कई हिस्सों में चंद्रग्रहण देखने के लिए टेलेस्कोप के इंतजाम किए। लाखों लोगों और बच्चों ने चंद्रग्रहण का नजारा देखा।

स्पेस इंडिया ने इंडिया गेट पर डोबेसोनिअन टेलेस्कोप का इंतजाम किया। इससे खुली आंखों के मुकाबले 20 गुना ज्यादा बड़ा चंद्रमा देखा जा सकता है।

साइंटिफिक ऑफिसर, हेड, रिसर्च एंड पब्लिकेशन डॉ. मिला मित्रा ने कहा, “स्पेस इंडिया ने दिल्ली समेत 5 शहरों में चंद्रग्रहण देखने के इंतजाम किए थे।”

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