नई दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली आज 11 बजे आम बजट पेश करेंगे। यह मोदी सरकार का आखिरी पूर्णकालिक बजट होगा क्योंकि 2019 में लोकसभा चुनाव होने हैं। इस लिहाज से यह बजट काफी उम्मीदों भरा है। वहीं देश में नई कर प्रणाली सेवा एवं वस्तु कर यानी जीएसटी लागू होने के बाद भी यह पहला बजट होगा इसका असर भी इस बार साफ दिखाई देगा।
बजट पेश होने से पहले वित्त राज्य में शिवप्रताप शुक्ला ने कहा कि यह बजट आम नागरिकों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा। इस बीच बजट की प्रतियां संसद भवन पहुंच चुकी हैं। वहीं वित्त मंत्री भी घर से निकल कर संसद भवन पहुंच चुके हैं। इससे पहले परंपरा के अनुसार जेटली राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने पहुंचे।
इससे पहले सोमवार को सदन में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था अब ठीक हो रही है और साल 2018-19 में देश की विकास दर यानी जीडीपी 7-7.5 फीसदी तक होने का अनुमान लगाया गया है, लेकिन कच्चे तेल की बढ़ची कीमत सरकार के लिए परेशानी की वजह बन सकती है।
वहीं इस बार के बजट के बारे में चर्चा करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इस बार के बजट में कृषि क्षेत्र के लिए पहली प्राथमिकता में होगा।
बजट में अरुण जेटली का नौकरी, कृषि, टैक्स में छूट और रेलवे सुरक्षा पर फोकस हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही सख्त बजट का संकेत दे चुके हैं। हालांकि मध्यवर्ग आयकर में छूट की आस लगाए बैठा है।