वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज पहली बार स्टेट ऑफ यूनियन को संबोधित किया। उनके राष्ट्रपति कार्यकाल को हाल ही में एक साल पूरे हुए हैं। स्टेट ऑफ यूनियन के संबोधन में ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए अमेरिका की चुनौतियों से भी अवगत कराया। साथ ही देश के विकास के लिए सभी रिपब्लिकन और डेमाक्रेट्स सांसदों को मिलजुल कर काम करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि साथ मिलकर हम सब कुछ पा सकते हैं। वहीं पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बने आइएसआइएस के लिए कहा कि वह जब तक इसका खात्मा नहीं कर देते, तब तक उनकी जंग जारी रहेगी।
ट्रंप ने अपने संबोधन में एक महत्वपूर्ण बात यह भी कही कि अब वक्त आ गया है कि हम मेरिट पर आधारित इमिग्रेशन सिस्टम की ओर बढ़ें। उन्होंने कहा कि वह व्यक्ति जो हमारे समाज में अपना योगदान दे सके, जो हमारे देश की इज्जत करे और इससे प्यार करे, उसे मौका मिले। ट्रंप ने यह भी कहा वीजा और शरणार्थी नीति में बदलाव के लिए देश की दोनों बड़ी राजनीतिक पार्टियों को साथ आना चाहिए।
ट्रंप ने अमेरिका के सामने लगातार चुनौतियां पेश कर रहे उत्तर कोरिया का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि किसी भी सत्ता ने अपने ही लोगों का उतनी क्रूरता से शोषण नही किया है, जितना उत्तर कोरिया ने किया है। उत्तर कोरिया की मिसाइल हमारे देश को भी डरा सकती है। हम एक ऐसा अभियान चला रहे हैं, ताकि उस पर दबाव बन सकें और हम ऐसा होने से रोक सकें।
वहीं आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई के प्रति प्रतिबद्धता दोहराते हुए ट्रंप ने कहा कि जब तक हम आइएसआइएस को हरा नहीं देते, तब तक अपनी जंग जारी रखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकी सिर्फ अपराधी नहीं बल्कि वे अवैध दुश्मन लड़ाके हैं और जब वे दूसरे देश में पकड़े जाते हैं तो उनके साथ आतंकियों जैसा व्यवहार करना चाहिए, क्योंकि वो वहीं हैं।