नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में सीलिंग के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच बहस बढ़ती जा रही है। मंगलवार सुबह इस मुद्दे पर दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर बैठक हुई। इस बैठक में दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत कई अन्य नेता भी पहुंचे। जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार सुबह इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
उन्होंने कहा कि अगर उपराज्यपाल चाहें तो सीलिंग 24 घंटे में रुक सकती है। हमारी मांग है कि कन्वर्जन चार्ज को ज़ीरो किया जाए। दिल्ली सीएम ने इस मुद्दे पर बीजेपी नेताओं के साथ बैठक बुलाई थी।
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे। हमने इस मुद्दे पर 25 जनवरी को उपराज्यपाल को भी चिट्ठी लिखी थी। हमने इस मुद्दे पर जो चार बातें सुझाई थी, वो सभी एलजी के अधिकार क्षेत्र में ही आती हैं।
बीजेपी और केजरीवाल में आर-पार
दिल्ली सीएम ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। मीडिया के सामने ही दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल से कई सवाल दागे। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तीन साल में 351 सड़कों का कुछ नहीं हुआ है।
बीजेपी नेताओं ने आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। बीजेपी नेताओं ने आप कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया है। बीजेपी नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है, वहीं दिल्ली पुलिस बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लेकर गई है।
मीडिया के सामने बात करने से बीजेपी ने मना किया
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने बीजेपी के नेताओं को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाया था। बीजेपी की ओर से सिर्फ 5 सांसद और 2 मेयर बैठक में आए थे। उन्होंने इस मुद्दे पर अकेले में चर्चा करने की अपील की। केजरीवाल ने बताया कि मैंने बीजेपी वाले लोगों को मीडिया के सामने चर्चा करने की अपील की। मैंने बार-बार उनसे अपील की तो वे बैठक छोड़ कर चले गए।
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि करीब 351 सड़कों पर सीलिंग नहीं हो रही है, सर्वे की रिपोर्ट अभी तक एमसीडी ने हमें नहीं सौंपी है। उन्होंने कहा कि एमसीडी ने सत्येंद्र जैन से दो दिन का समय मांगा था, हम इस रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश करेंगे।
उन्होंने कहा कि कन्वर्जन चार्ज को 80 हजार से 22 हज़ार कर दिया गया है, लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है। कन्वर्जन चार्ज को बिल्कुल ज़ीरो कर देना चाहिए। दिल्ली में सीलिंग की वजह से छोटे व्यापारी परेशान है। एक साल में पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी और अब सीलिंग के मुद्दे ने व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ाई हैं।