पटना (धर्मेंद्र प्रताप) : बिहार झारखंड में फिल्म पद्मावत 25 जनवरी को रिलीज होगी। इस फिल्म के वितरण अधिकार लेने में कुल साढ़े तीन करोड़ रुपये वितरक को चुकाने पड़े हैं।
वितरक और आमलोगों का मानना है कि बिहार और झारखंड में हालात राजस्थान जैसी नहीं है लिहाजा यह फिल्म यहां चल निकलेगी। हिंदी फिल्मों के इतिहास में यह यानि पद्मावती बिहार और झारखंड के लिए सबसे मंहगी फिल्म है। फिल्म के वितरण अधिकार बिहार-झारखंड मोशन एसोसिएशन पिक्चर्स के पदाधिकारी और भाजपा के एक विधायक ने ख़रीदे हैं।
हालांकि इस फिल्म का विरोध कर रही करनी सेना के बिहार शाखा ने पटना, मुजफ्फरपुर, गया, रांची, जमशेदपुर और धनवाद में धरना प्रदर्शन भी की है लेकिन फिल्म को सेंसर बोर्ड की हरी झंडी के बाद जहां इसके वितरक और इस फिल्म से जुड़े लोग सुकून की सांस लेने लगे हैं वहीँ अब इन दोनों प्रदेशों में इसके प्रदर्शन की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इन दोनों जगहों में यह फिल्म 195 सिंगल और मल्टीप्लेक्सों में रिलीज करने की योजना बना रही है।
पूर्व के दिनों में फिल्म के रिलीज की तारीख 25 नवंबर तय की गई थी लेकिन भारी विरोध और मामला के कोर्ट में चले जाने के बाद इसकी तिथि बदलती चली गई।
किस्सा कुर्सी के बाद हिंदी की यह दूसरी फिल्म है जिसकी सेंसर एडवाइजरी बोर्ड ने पुनर्समीक्षा की है। समीक्षा के बाद फिल्म का टायटल बदल दिया गया है और अब यह पद्मावती से पद्मावत हो गया है। इसके अतिरिक्त फिल्म में नाम व दृश्य भी बदले जाने का सेंसर बोर्ड ने निर्देश दिया है। इस निर्देश के साथ साथ फिल्म के कास्टिंग में इसके निर्देशक संजय लीला भंसाली को सेंसर बोर्ड ने यह भी निर्देश दिया है कि वे दो बार यह फ्लैश करेंगे कि फिल्म का इतिहास के साथ कोई संबंध नहीं है।
भंसाली को यह भी कहा गया है कि वे इस फिल्म से पद्मावती के जौहरवाली सीन को भी हटा देंगे।