रियाद : साल 2017 महिलाओं के लिए खास रहा है क्योंकि भारत सहित पूरी दुनिया में महिलाओं को समानता का अधिकार और स्थिति में सुधार लाने की दिशा में कई अहम फैसले किए गए हैं। इन फैसलों से महिलाओं को राहत मिली और देश में उन्हें समानता का दर्जा दिया गया है। सऊदी अरब में शुक्रवार को पहली बार महिलाओं ने दर्शक दीर्घा में बैठकर फुटबॉल मैच देखा। जेद्दाह के एक स्टेडियम में मैच देखने के लिए महिला फैन्स भी पहुंचीं। वे ‘फैमिली गेट’ से स्टेडियम में दाखिल हुईं और ‘फैमिली सेक्शन’ में ही बैठकर मैच का आंनद उठाया।
सऊदी अरब में शुक्रवार को पहली बार महिलाओं ने स्टेडियम में फुटबॉल मैच देखने के लिए पहुंची। इस देश में यह पहली बार था जब महिलाओं के लिए जेद्दाह में स्टेडियम के दरवाजे खुले। इसके लिये स्टेडियम में महिलाओं के लिये खास दीर्घा बनाई गई है। इसके साथ ही महिलाओं के रेस्टरूम और अलग प्रवेश द्वार बनाये गए हैं।
शुक्रवार को यहां जो मैच हुआ वह दो स्थानीय टीमों के बीच शहर के किंगअब्दुल्ला स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में हुआ। स्टेडियम में महिलाओं के बैठने के लिए अलग से ‘परिवार दीर्घा’ का बनाए गए, जहां बैठकर महिलाओं ने जमकर मैच का लुत्फ उठाया। खूब सेल्फी ली और अपनी पसंदीदा टीम को चीयर किया।
सऊदी अरब के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण था। यहां दशकों से महिलाओं पर कई किस्म की पाबंदियां रही हैं, जिनमें से कुछ को हाल के दिनों में हटाया गया है। इस महीने कुल तीन स्टेडियम में जाकर सऊदी महिलाएं मैच देख सकेंगी। यह उन तमाम सामाजिक सुधारों की कोशिशों में से एक है, जो क्राउन प्रिंस मोहम्मद सलमान की अगुवाई में किए जा रहे हैं।
इस दौरान सोशल मीडिया पर जो हैशटैग चला उसका अर्थ था, ‘लोग स्टेडियमों में महिलाओं के प्रवेश का स्वागत करते हैं।’ इस हैशटैग से सिर्फ दो घंटों में कई हजार मेसेज दिए गए। जेद्दाह की रहने वाली 32 वर्षीय फुटबॉल फैन लामया ख़ालिद नासिर ने समाचार एजेंसी को बताया कि उन्हें इस पर गर्व है और वह मैच को लेकर उत्साहित हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा ‘साफ है कि हम बेहतर भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं। मैं इस बड़े बदलाव की गवाह बनकर खुश हूं।’