नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम में अभी तक 33 टेस्ट कप्तान नियुक्त किए जा चुके हैं। इनमें से 12 ऐसे क्रिकेटर्स रहे, जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया एक भी टेस्ट नहीं जीत सकी। जी हां, ये बात आपको चौंका देगा मगर आंकड़े सब कुछ बयां करते हैं। आज हम आपको उन 12 कप्तानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी कप्तानी में भारत को एक भी जीत नसीब नहीं हो सकी। चौंकाने वाली बात ये है कि इन कप्तानों में कुछ महान खिलाड़ियों का भी नाम शुमार है।
आपको बता दें कि टीम इंडिया ने कुल 519 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उसे 143 मुकाबलों में जीत मिली। वहीं 159 मैचों में उसे हार तो 216 मुकाबलों में ड्रॉ का सामना करना पड़ा। हालांकि इनमें से 1 मैच टाई भी रहा। भारत ने सबसे अधिक मैच इंग्लैंड (117) के खिलाफ खेले और इसी टीम के विरुद्ध सबसे अधिक 43 मुकाबले हारे।
मैच जीतने की बात करें तो इस मामले में भी इंग्लैंड ही सबसे ऊपर है। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ अब तक कुल 25 जीत दर्ज की है। बांग्लादेश ही एकमात्र ऐसी टीम रही, जिसने भारत के विरुद्ध एक भी जीत दर्ज नहीं की। गौर करने योग्य फैक्ट ये है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत का विनिंग पर्सेंटेज सबसे कम (19.14) रहा। टीम इंडिया ने 94 मैचों में इस टीम के खिलाफ महज 18 जीत ही दर्ज की।
आंकड़े सब कुछ बयां करते हैं
सन् 1932 से लेकर आज तक के आंकड़े देखें जाएं तो भारत की शुरुआत टेस्ट में बेहद खराब रही। भारत के कप्तान सीके नायडू ने 4 मैचों में देश का नेतृत्व किया लेकिन एक भी जीत नहीं दिला सके। नायडू की कप्तानी में भारत 3 मैच हारा, जबकि एक मैच जैसे-तैसे ड्रॉ करवाने में कामयाब रहा।
जानिए कौन हैं वो ऐसे 12 कप्तान…
सीके नायडू (1932-34) – 4 मैच
विजयनगरम (1936) – 3 मैच
नवाब पटौदी (1946) – 3 मैच
वीनू माकंड (1955-1959) – 6 मैच
गुलाम अहमद (1955-59) – 3 मैच
हेमू अधिकारी (1959) – 1 मैच
दत्ता गायकवाड़ (1959) – 4 मैच
पंकज रॉय (1959) – 1 मैच
चंदू बोर्डे (1967) – 1 मैच
श्रीनिवास वेंकटाराघवन (1974-79) – 5 मैच
गुंडप्पा विश्वनाथ (1980) – 2 मैच
कृष्णमाचारी श्रीकांत (1989) – 4 मैच