नई दिल्ली : भारतीय सेना सीमा पर पाकिस्तान के हर सीजफायर का माकूल जवाब दे रही है। पिछले साल भी भारतीय जवानों ने जवाबी फायरिंग में पाकिस्तान के 138 रेंजर्स को मार गिराया है। जबकि 155 रेंजर जख्मी भी हुए हैं। हालांकि पाकिस्तान ने हर बार की तरह इस बार भी मारे गए जवानों को पाकिस्तानी रेंजर मानने से इनकार कर दिया है। पाक ने बताया कुछ लोग मारे तो गए हैं लेकिन वो रेंजर नहीं बल्कि नागरिक हैं।
28 भारतीय जवान शहीद
खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक आतंक पर प्रहार करने पर जहां पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है, तो एलओसी पर भारत ने भी 28 जवान खोए हैं। जबकि 70 जख्मी हुए हैं।
पूरे साल उकसावे की कार्रवाई करता रहा पाक
पिछले साल पाकिस्तान लगातार उकसावे की कार्रवाई करता रहा है। इस दौरान भारतीय सेना ने अपने पराक्रम का परिचय देते हुए कई पाकिस्तानी चौकियों को भी नेस्तनाबूद कर दिया। कई बार तो हालात ऐसे आ गए कि पाकिस्तान ने अपने सैनिकों के बचाने के लिए बातचीत करने को राजी हो गया।
सेना ने किया सर्जिकल स्ट्राइक-2
26 दिसंबर को ही भारतीय जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक-2 कर पाकिस्तान को चौंका दिया था। सेना की विशेष यूनिट के लगभग 10 जवानों ने पूंछ सेक्टर में सीमा पार कर इस जवाबी कार्रवाई को अंजाम दिया। 25 दिसंबर की रात भारतीय सेना के 10 जवान अलॉल्ट राइफल, नाइट विजन कैमरे, हल्के मशीन गन और आईईडी लेकर सीमा पर गए। यहां करीब 30 मिनट तक पाकिस्तान पर कहर बनकर टूट पड़े। इस दौरान तीन पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया। इतना ही नहीं भारतीय सेना ने LoC के पार पाक सेना की कई चौकियों को भी नुकसान पहुंचाया।
वहीं इससे ठीक एक दिन पहले भारतीय सेना ने दो पाक स्नाइपर को ढेर किया था। पाक सेना ने भारतीय सैनिकों को निशाना बनाने के लिए दो स्नाइपरों को एलओसी पर तैनात किया था, लेकिन पाक का यह दांव तब उल्टा पड़ गया जब भारतीय सैनिकों ने उन्हीं दोनों स्नाइपरों को मार गिराया।