जालौन : चारा घोटाले में आरजेडी सुप्रिमो लालू प्रसाद यादव को सजा सुनाने वाले विशेष सीबीआई जज शिवपाल सिंह इन दिनों चर्चा में है।चारा घोटाले के एक मामले में राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ फैसला सुनाने वाले सीबीआई कोर्ट के जज शिवपाल सिंह को खुद जमीन के एक मामले में न्याय का इंतजार है। उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के रहने वाले जज शिवपाल सिंह इन दिनों अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं, ताकि उनके शेखपुर खुर्द गांव में उनकी पैतृक जमीन वापस मिल सके।
इस मुद्दे के समाधान के लिए जज सिंह काफी प्रयास कर रहे हैं। जालौन के तहसीलदार जितेंद्र पाल ने बताया कि जमीन को मुक्त कराने के लिए सिंह उनसे मिलने आए थे। शिकायत को सुनने के बाद जमीन विवाद की जांच के लिए एक दल भेजा गया था। उन्होंने बताया कि उसके बाद से फिर कभी उनकी जज सिंह से मुलाकात नहीं हुई।
रांची की सीबीआई अदालत के जज शिवपाल सिंह मूलत: यूपी के जालौन जिले के शेखपुर खुर्द गांव के बासिंदे हैं। पैतृक गांव में फिलवक्त उनके बड़े भाई और परिजन खेती-बाड़ी संभालते हैं। न्यायाधीश शिवपाल सिंह के बड़े भाई सुरेंद्र सिंह के मुताबिक, बारह साल पहले तत्कालीन ग्राम प्रधान सुरेंद्रपाल सिंह ने मन-मुटाव के चलते जबरन उनके खेत में चकरोड को बनवा दिया था। इस मामले में शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने बड़े भाई को अगवत कराया। जानकारी होने के बाद शिवपाल सिंह खुद रांची से जालौन आए और अफसरों से मिलकर खेत से सरकारी कब्जा हटवाने का आग्रह किया था।
जालौन के एसडीएम को दिए आग्रह पत्र में शिवपाल सिंह ने स्पष्ट लिखा है कि शेखपुर खुर्द में अराजी नंबर 15 और 17 के वह तन्हा मालिक हैं, लेकिन इस जमीन के एक हिस्से पर चकरोड का निर्माण करा दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि चकरोड की गाटा संख्या 13 है। जज की शिकायत पर आला अफसरों ने आनन-फानन में मामला निपटाने को टीम बनाई। इसके बाद वह लौट गए। जज के भाई सुरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधान ने शिवपाल के जमीन पर बिना किसी अधिकार के चौराहे का निर्माण करा दिया है।
बता दें कि, जज शिवपाल ने चारा घोटाले के एक मामले में लालू यादव को साढ़े तीन साल जेल की सजा सुनाई है। सुनवाई के दौरान जज शिवपाल ने लालू यादव पर कई मजेदार कॉमेंट किए थे।