नई दिल्ली : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एक छात्र मनन वानी के आतंकवादी बनने की खबर है। ये पीएचडी छात्र कई दिनों से गायब था। छात्र के आतंकवादी बनने की खबर इसलिए आ रही है क्योंकि उसकी एक फोटो एके-47 के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। पुलिस का इस मुद्दे पर कहना है कि इस मामले की जांच चल रही है और इसके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। वहीं एक अन्य पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, ‘हम PHD छात्र के मामले की जांच कर रहे हैं जिसने पढ़ाई छोड़कर आतंकवाद का रास्ता अपना लिया है।’
पुलिस के मुताबिक इस छात्र के पिता का नाम अहमद वानी है और वह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के ताकिपोरा गांव का रहने वाला है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जियोलॉजी में पीएचडी कर रहा मनन तीन दिन पहले ही घर आया था। उसके बाद से उसकी कोई खबर नहीं थी। रविवार को इसके परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने तलाश शुरु की थी।
पुलिस के अधिकारी ने बताया कि, ‘मनान वानी पिछले पांच साल से AMU में पढ़ रहा था। वह एम फिल कर रहा था। वह अब जिऑलजी में PHD कर रहा था। वह यूनिवर्सिटी से घर नहीं आया। दो दिन पहले राइफल के साथ उसकी फोटो फेसबुक पर वायरल हो गई जिसमें लिखा था कि उसने 5 जनवरी को हिज्बुल जॉइन कर लिया।’ मनन वाली के बारे में कहा जा रहा है कि वो संपन्न परिवार से हैं। मनन के पिता लेक्चरर हैं और भाई जूनियर इंजिनियर है।
बता दें कि, पिछले साल अक्टूबर में फुटबॉल खिलाड़ी माजिद इरशाद खान एक आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया है। अक्तूबर महीने के आखिरी दिनों में 20 वर्षीय खिलाड़ी लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया। खिलाड़ी के दोस्त और परिवार वाले इससे बेहद परेशान और चिंतित हैं। ऐसा माना जा रहा है कि खिलाड़ी अपने दोस्त यावर निसार शेरगुजरी के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के बाद आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया। शेरगुजरी आतंकवादी था और वह अनंतनाग में अगस्त महीने में सुरक्षाबलों द्वारा मुठभेड़ में मारा गया था।