नई दिल्ली : पाकिस्तान भले ही कुलभूषण जाधव की मुलाकात उनकी मां और पत्नी से कराकर अपनी पीठ थपथपा रहा हो, लेकिन सच्चाई ये है कि इस दौरान उसने भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं का ख्याल तक नहीं रखा। इतना ही नहीं पाक मीडिया ने जाधव की मां को ‘कातिल की मां’ कह कर उत्पीड़ित किया। पाकिस्तानी पत्रकारों ने अपने सवालों से जाधव की पत्नी को तंग करते हुए पूछा, ‘आपके पतिदेव ने हजारों बेगुनाह पाकिस्तानियों के खून से होली खेली इस पर क्या कहेंगी?’
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ने सोमवार को इस्लामाबाद में PAK विदेश मंत्रालय के दफ्तर में उनसे मुलाकात की। कुलभूषण जाधव की पत्नी और मां से मुलाकात भी ऐसे कराई गई, जो होकर भी नहीं थी। 40 मिनट लंबी यह मुलाकात ऐसी थी, जिसमें जाधव अपनी पत्नी चेतन और मां अवंती को छू भी नहीं सकते थे। ये मुलाकात मात्र एक औपचारिकता ही रही, क्योंकि कुलभूषण और परिवार के बीच शीशे की दीवार थी, लेकिन अब और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। इस्लामाबाद में कुलभूषण के परिवार के साथ की गई बदसलूकी पर भारत ने पाकिस्तान की आलोचना की है।
1. मां-बेटे के बीच कांच की दीवार
इस्लामाबाद के पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के एक कमरे में जाधव और उनकी मां-पत्नी के बीच एक शीशे की दीवार थी। एक ग्लास पार्टीशन चैंबर में ये मुलाकात कराई गई। इस ग्लास चैंबर में कई कैमरे लगे हुए थे जो सारी बातें रिकॉर्ड कर रहे थे। सामने एक फोन भी रखा था, जिसके स्पीकर के जरिए दोनों ओर से बात की जा रही थी।
2. PAK मीडिया की बदसलूकी
पाकिस्तानी प्रेस को कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के पास जाने दिया गया, ताकि जाधव पर आरोप लगाते हुए सवालों के जरिए तंग किया जा सके, बल्कि समझौता ये था कि मीडिया को जाधव के परिवार से दूर रखा जाएगा। लेकिन जाधव से मुलाकात के बाद जब उनकी पत्नी और मां बाहर आईं, तो जानबूझकर उन्हें कार में इंतजार करने के लिए छोड़ दिया गया, जिससे पाकिस्तानी मीडिया उन्हें परेशान कर सके। जाधव की मां को ‘कातिल की मां’ कहा गया।
3. धार्मिक भावनाओं का अपमान
पाकिस्तान ने भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक भवनाओं का भी ख्याल नहीं रखा। जाधव की मां और पत्नी के ना सिर्फ कपड़े बदलवाए गए, बल्कि जाधव की पत्नी की बिंदी, चूड़ियां और मंगलसूत्र भी उतरवा दिए गए। सुरक्षा की दृष्टि से आभूषण उतरवाना जरूरी नहीं था। जाधव की पत्नी के जूते तक उतरवा दिए गए और आग्रह करने पर भी उन्हें वापस लौटाया नहीं गया।
4. मराठी में बात करने से मनाही
कुलभूषण जाधव की मां अपने बेटे से उनकी मातृभाषा मराठी में बात करना चाहती थी। इस दौरान उन्हें मराठी बोलने से बार-बार रोका गया। जब भी जाधव की मां मराठी बोल रही थीं, वहां मौजूद पाक महिला अधिकारी इंटरकॉम बंद कर दे रही थी।
5. जाधव पर मानसिक दबाव
परिवार के मुताबिक जाधव पर काफी दबाव था और वे तनाव में बातचीत कर रहे थे। जाधव की मां ने बताया कि उन्हें उनका बेटा पहले जैसा नहीं लगा।