नई दिल्ली : जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद भारत के पूर्व कमांडर कुलभूषण जाधव ने आज क्रिसमस के मौके पर अपनी मां और पत्नी से मुलाकात की। कुलभूषण की मां और पत्नी दोपहर 12 बजे मुंबई से इस्लामाबाद पहुंचीं। इस्लामाबाद में सबसे पहले वे भारतीय दूतावास गईं। उसके बाद विशेष सुरक्षा के बीच उन्हें विदेश मंत्रालय लाया गया। जहां करीब 30 मिनट उन्हें जाधव से मुलाकात की। इस दौरान भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह मौजूद रहे। कुलभूषण और परिवार के बीच मुलाकात कहां, किस समय और किस तरह होगी, इसके एक-एक बिंदू पर रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच विचार-विमर्श हुआ था। सफेद लैंड क्रूजर गाड़ी में कड़ी सुरक्षा के बीच इन दोनों को पहले भारतीय हाईकमिशन ऑफिस ले जाया गया।
पाकिस्तान की सैन्य अदालत से फांसी की सज़ा पाए भारत के पूर्व नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव इस्लामाबाद स्थित पाक विदेश मंत्रालय में अपनी मां और पत्नी से करीब 30 मिनट तक मुलाकात की। इस दौरान उनके परिवार के साथ पाक में तैनात भारतीय उप उच्चायुक्त भी मौजूद थे। उनकी मुलाकात से जुड़ी दस बातें-
1- पाकिस्तान ने कहा कि उसने इंडियन डिप्टी हाई कमिश्नर को कुलभूषण जाधव से मिलने की इजाजत दी। पाकिस्तान ने इसे कांसुलर एक्सेस बताया जबकि भारत ने कहा ये कासुलर एक्सेस नहीं है।
2- कुलभूषण जाधव के परिवार की मांग पर पाकिस्तान सरकार ने उनकी पत्नी और मां को मिलने कि इजाजत थी। हालांकि, भारत पहले ही सोवरेन गांरटी हासिल कर चुका था। जिसके बाद पाकिस्तान की तरफ से उनके परिवार से किसी तरह की पूछताछ नहीं की जा सकती थी।
3- पाकिस्तान के सामने दूसरी यह शर्त यह थी कि जब तक कुलभूषण का परिवार पाक की धरती पर रहेगा उसे पूरी सुरक्षा देनी होगी।
4- पाकिस्तान ने भारत से यह कहा था कि जाधव के परिवार की मीडिया से बात करने की इजाजत दें। लेकिन, इस बात की भारत सरकार से इजाजत नहीं दी गई। इसकी वजह परिवार की सुरक्षा बतायी गई।
5- तीसरी भारत की तरफ से यह शर्त थी कि कुलभूषण के परिवार के साथ भारतीय उच्चायोग का ऑफिसर होगा। पाकिस्तान ने इसे मान लिया था। जिसके बाद डिप्टी हाई कमिश्नर जेपी सिंह को साथ भेजा गया था।
6- पाकिस्तान ने कुलभूषण के परिवार को महज तीन दिनों का वीजा दिया था। लेकिन, कुलभूषण का परिवार सिर्फ उसी दिन कॉमर्शिय फ्लाइट से पहुंचा और मुलाकात के बाद उसी दिन वापस रवाना होंगे।
7- पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव पर जासूसी करने और विध्वंसकारी साजिशें रचने का आरोप लगाकर फांसी की सज़ा दी है। हालांकि, भारत ने अंतरराष्ट्रीय अदालत से कुलभूषण जाधव की फांस पर स्टे ले लिया है।
8- इससे पहले भारत की तरफ से कई बार कांसुलर एक्सेस की मांग की गई। लेकिन, पाकिस्तान ने हर बार भारत की इस मांग को ठुकरा दिया।
9- कुलभूषण को पाकिस्तान भारतीय जासूस बताता है। जबकि, भारत का कहना है कि वह पूर्व नेवी ऑफिसर है जो नौकरी से वीआरएस लेने के बाद इरान में अपना व्यावसायिक कारोबार करने के लिए चले गए थे।
10- कुलभूषण की फांसी का भारत ने कड़ा विरोध किया। भारत ने कहा कि अगर कुलभूषण को फांसी होती है तो यह एक सुनियोजित मर्डर है।