एक सर्वे से पता चला है कि ब्रिटेन में सोलह से चौबीस साल उम्र वाले नौजवानों का एक बड़ा तबका अपने नए पार्टनर के साथ कंडोम का इस्तेमाल कभी नहीं करता है। इसलिए 25 साल से कम उम्र के युवाओं को यौन संक्रामक बीमारियों से बचाने और कंडोम के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए ब्रिटेन में एक नई मुहिम शुरू की गई है।
यौन स्वास्थ्य के लिए पिछले आठ साल में सरकार ने पहली बार कोई कैम्पेन शुरू किया है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग ने एक सर्वे में पाया कि 16 से 24 की उम्र वाले युवाओं में तकरीबन आधे लोग ऐसे हैं जो नए साथी के साथ कंडोम यूज नहीं करते हैं। सर्वे के मुताबिक़ हर दस में से एक नौजवान ऐसा है जिसने कभी भी कंडोम का इस्तेमाल किया ही नहीं है।
सरकार ने इस सिलसिले में 16 से 24 साल के युवाओं से उनके यौन स्वास्थ्य के बारे में बात की। कंडोम इस्तेमाल न करने की सबसे प्रमुख वजह उनका ये मानना है कि इसके बिना सेक्स ज़्यादा अच्छा लगता है।
रेक्सहैम के रहने वाले 19 साल के जोर्डन भी इनमें से एक हैं। जोर्डन ये मानते हैं कि वे लड़कियों के साथ बिना कंडोम के पहली बार सो चुके हैं। वे कहते हैं कि दो में से एक मौके पर कंडोम यूज करते हैं। हालांकि जोर्डन के मुताबिक इसकी एक वजह उनका शराब के नशे में होना भी होता है। जोर्डन कहते हैं, शराब से यकीकन फर्क पड़ता है। क्योंकि जब आप नशे में होते हैं तो आप ज़्यादा लापरवाह हो जाते हैं।
सर्वे में ये पाया गया कि आधे लोगों ने नशे में होने की वजह से कंडोम का इस्तेमाल नहीं किया था। जोर्डन की दोस्त लीडिया भी इससे इत्तेफाक़ रखती हैं। उनका कहना है कि नशे में सुरक्षित सेक्स की संभावना कम हो जाती है। दोनों को ये असुरक्षित सेक्स के अगले दिन अपराध बोध महसूस होता है और वे जांच के लिए सेक्स क्लीनिक जा चुके हैं।
कंडोम नहीं यूज करने की एक वजह ये भी बताई गई कि सेक्स पार्टनर गर्भनिरोधक गोली का इस्तेमाल कर रही थी या फिर कॉन्ट्रासेप्टिव इम्प्लांट फिट करा रखा था। 20 वर्षीया एली एक स्टूडेंट हैं और उन्हें लगता है कि ये एक आम बात है।
एली ने बताया कि जिन लड़कों के साथ वो सोई हैं, उन्हें यौन संक्रामक बीमारी से ज़्यादा उनके प्रेग्नेंट होने की आशंका थी। वो कहती हैं, “अगर गर्भ ठहर गया तो इसकी जिम्मेदारी लड़के पर भी जाएगी। अगर कोई यौन संक्रामक बीमारी होती है तो ये केवल आपकी समस्या है। अगर लड़की गर्भनिरोधक गोलियां ले रही हो तो इसका ये मतलब भी होता है कि लड़के को कंडोम इस्तेमाल करने की ज़रूरत नहीं।”
साल 2016 में ब्रिटेन में क्लामेडिया और गोनोरिया जैसी यौन संक्रामक बीमारियों से 15 से 24 साल की उम्र के 141,000 लोग पीड़ित थे। 24 साल के जेस्सी ने बताया कि उन्हें भी ये दो बीमारियां हो गई थीं क्योंकि उन्होंने कंडोम का इस्तेमाल नहीं किया था।
जेस्सी बताते हैं, “वो अच्छा अनुभव नहीं था। पेट और जांघ के बीच दर्द महसूस हो रहा था और पेशाब करने में जलन भी हो रही थी और सबसे ख़राब बात तो ये थी कि मुझे अपने पूर्व और मौजूदा सेक्स पार्टनर को ये बात बतानी पड़ी कि मैंने उन्हें यौन संक्रामक बीमारी से संक्रमित कर दिया है। उन्हें भी क्लीनिक जाकर अपना इलाज कराना पड़ा।” हालांकि जेस्सी इस अनुभव के बाद कंडोम का इस्तेमाल करने लगे। दूसरी तरफ़ डॉक्टरों को इस बात की चिंता सता रही है कि गोनोरिया में एंटिबॉयोटिक दवाओं पहले की तरह कारगर साबित नहीं हो पा रही है।
डॉक्टर सारा केयाट की सलाह है कि यौन संक्रामक बीमारियों से बचने का सबसे अच्छा तरीका कंडोम का इस्तेमाल ही है।