नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से बैंक ऑफ इंडिया समेत कई बैंकों को प्रॉम्प्ट करेक्टिव ऐक्शन की लिस्ट में डाले जाने के बाद चल रही अफवाहों पर आरबीआई ने सफाई दी है।सोशल मीडिया पर चल रही खबरों में बैंक ऑफ इंडिया समेत 9 सरकारी बैंकों के बंद होने की बातें कही जा रही थीं। इस पर आरबीआई ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि बैंकों के सामान्य कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
आरबीआई ने अपने स्पष्टीकरण में कहा, ‘आरबीआई को सोशल मीडिया समेत कई अन्य प्लैटफॉर्म्स पर ऐसी कई गलत खबरों के बारे में पता चला है, जिनमें कुछ सरकारी बैंकों के बंद किए जाने की बात कही गई है। प्रॉम्प्ट करेक्टिव ऐक्शन को लेकर ऐसी खबरें दी जा रही हैं, लेकिन यह गलत हैं।’
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि प्रॉम्प्ट करेक्टिव ऐक्शन का मकसद आम लोगों के लिए बैंकों के सामान्य कामकाज को रोकना नहीं है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि अपने सुपरवाइजरी फ्रेमवर्क के तहत हम बैंकों की फाइनैंशल हेल्थ सुधारने के लिए कदम उठाते हैं। यह उसका ही हिस्सा है, लेकिन इसका बैंकों के कामकाज पर कोई असर नहीं होगा। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने बैड लोन के संकट के चलते बैंक ऑफ इंडिया के नए लोन जारी करने पर रोक लगा दी है।
इन बैंकों के बंद होने की थीं अफवाहें
सोशल मीडिया पर बैंक ऑफ इंडिया के अलावा आईडीबीआई बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, देना बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक, यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के बंद होने की अफवाहें चल रही थीं।