नई दिल्ली : दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ उत्तर भारत के तकरीबन सभी इलाके वायु प्रदूषण की चपेट में हैं। हवा में घुला जहर राजधानी की हवा को दूषित कर चुका है। सरकार की तमाम कोशिशें प्रदूषण को रोकने में फिलहाल नाकाफी लग रही हैं। दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए अब केजरीवाल सरकार पहली बार एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल करने की तैयारी कर रही है।
इस तकनीक का इस्तेमाल चीन ने बीजिंग में वायु प्रदूषण को खत्म करने के लिए किया था। भारत में ऐसा पहली बार होगा जब हवा में घुले जहरीले कणों को खत्म करने के लिए राजधानी दिल्ली में एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जाएगा। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन एंटी स्मॉग गन का ट्रायल दिल्ली सचिवालय पर देख चुके हैं। कल दिल्ली के आनंद विहार इलाके में पहली बार एंटी स्मॉग गन का व्यापक स्तर पर ट्रायल किया जाएगा।
हजारों लीटर पानी के टैंक से जुड़ा स्मॉग गन हवा में पानी की बेहद महीन बौछार करेगा जिससे हवा में घुले जहरीले कण और धूल के कण जो प्रदूषण को बढ़ाते हैं वह नमी के साथ गिर कर नीचे बैठ जाएंगे। एंटी स्मॉग गन से निकली बौछारें काफी ऊपर तक जाती हैं। केजरीवाल सरकार के सूत्रों का कहना है कि अगर एंटी स्मॉग गन का ट्रायल सफल होता है तो राजधानी में इस मशीन से व्यापक स्तर पर छिड़काव किया जाएगा।
आपको बता दें कि, एंटी स्मॉग गन के परीक्षण से पहले आनंद विहार की हवा में प्रदूषण का स्तर मापा जायेगा और मशीन के इस्तेमाल के बाद भी प्रदूषण का डाटा लिया जाएगा। जिससे सरकार को यह जानने में मदद मिलेगी कि आखिर एंटी स्मॉग गन दिल्ली के लिए कितना कारगर हो सकती है।