मुंबई : रतन टाटा और टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने बुधवार को गुजरात में टाटा मोटर्स की साणंद फैक्ट्री से Tigor EV की पहली खेप जारी की। टाटा मोटर्स ने सितंबर 2017 में EESL कंपनी द्वारा 10 हजार इलेक्ट्रिक कारों का टेंडर हासिल किया था। टाटा मोटर्स ने सबसे कम दर वाली बोली लगाई थी। पहले चरण के लिए टाटा मोटर्स को 250 टिगोर के इलेक्ट्रिक वर्जन को दिसंबर में ही डिलिवर करना है, जिसके लिए उसे LoA (प्राधिकार पत्र) मिल चुका है। 100 अतिरिक्त कारों के लिए EESL जल्द ही LoA जारी कर सकती है।
टाटा मोटर्स ने अपनी कांपेक्ट सेडान Tigor के इलेक्ट्रिक संस्करण की पहली खेप बुधवार को पेश की। कंपनी ने अपने साणंद कारखाने में इस संस्करण को विशेष रूप से एनर्जी एफिशियेंसी सर्विसेज (EESL) के लिए बनाया है। इलेक्ट्रिक Tigor की पहली खेप को झंडी दिखाए जाने के अवसर पर रतन टाटा, टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन तथा टाटा मोटर्स के प्रबंध निदेशक गुएंतर बुशचेक मौजूद थे।
टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा, ‘यह अवसर टाटा मोटर्स के लिए महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और पूरी टीम के लिए गर्व का पल भी।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम भारत में ई-मोबिलिटी के भविष्य निर्माण के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि ग्राहक इस इलेक्ट्रिक मॉडल को काफी पसंद करेंगे।’
कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस ऑर्डर के लिए इलेक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम्स का विकास और आपूर्ति इलेक्ट्रा ईवी कंपनी की ओर से की गई है। इस कंपनी की स्थापना मोटर वाहन उद्योग के लिए इलेक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम्स विकसित करने और उसकी आपूर्ति के लिए ही की गई है।
गौरतलब है कि सरकार वायु प्रदूषण तथा तेल आयात पर अंकुश लगाने के लिए 2030 तक केवल इलेक्ट्रिक कारों के इस्तेमाल का लक्ष्य लेकर चल रही है। टाटा मोटर्स ने कहा है कि वह सरकार के इस विजन को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।