नई दिल्ली : बिटक्वॉइन में बुधवार रात भारी गिरावट दर्ज की गई। इसके चलते दुनिया की नंबर वन क्रिप्टोकरंसी एक समय में 9500 डॉलर के भी नीचे पहुंच गई। अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल नवंबर के बाद बिटक्वॉइन में अब तक की यह सबसे बड़ी गिरावट है।
भारतीय समयानुसान बुधवार रात करीब 8 बजकर 50 मिनट पर बिट्क्वाइन की न्यूनतम कीमत 9311 डॉलर प्रति यूनिट दर्ज की गई। बाद में इसमें करेक्शन आया और खबर लिखे जाने तक यह 11200 डॉलर प्रति यूनिट के लेवल पर ट्रेड हो रही थी।
दूसरी क्रिप्टोकरंसी में भी भारी गिरावट
बुधवार की भारी गिरावट का असर दुनिया के अन्य क्रिप्टोकरंसी में भी देखने को मिला है। दुनिया की दूसरी बड़ी क्रिप्टोकरंसी इथर में करीब 28 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वहीं तीसरी करंसी रिप्पल की मार्केट कैप को करीब 45 फीसदी का झटका लगा।
दक्षिण कोरियाई मंत्री का बयान गिरावट की बड़ी वजह
दुनिया भर के मार्केट रेग्यूलेट की ओर से कार्रवाई किए जाने का डार बिटक्वाइन में भारी कमी की प्रमुख बजह बताया जा रहा है। दरअसल दक्षिण कोरियाई के वित्त मंत्री ने बिटक्वाइन पर पाबंदी लागने के संकेत दिए थे। इसके चलते सिर्फ 24 घंटे के भीतर ही इस करंसी में करीब 30 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। बताया जा रहा है कि इस गिरावट के चलते बिटक्वाइन की मार्केट कैप को 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। मतलब 24 घंटे में लोगों के 100 अरब डॉलर यानी 6.5 लाख करोड़ रुपए डूब गए।