नई दिल्ली । भारत सहित कई देश पेट्रोल और डीजल के इस्तेमाल को कम करने के नए – नए तरीकों पर विचार कर रहे हैं। फ्रांस वर्ष 2040 तक कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन को ही प्रतिबंधित करने की तैयारी में है। बुधवार को इस संबंध में फ्रांस की संसद में बिल पेश किया गया। न्यूज एजेंसी एपी को प्राप्त बिल की एक कॉपी के अनुसार वर्तमान में ड्रिलिंग परमिट्स को रिन्यू नहीं किया जाएगा।
फ्रांस की सरकार का दावा है कि दुनिया में इस तरह का कदम उठाने वाला एकलौता देश फ्रांस है। हालांकि सरकार का यह फैसला प्रतीकात्मक तौर पर महत्वपूर्ण है, लेकिन तथ्यात्मक रूप से इसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसके पीछे का कराण यह है कि फ्रांस में कुल जरूरत का एक फीसद तेल और गैस का ही उत्पादन होता है। शेष 99 फीसद तेल आयात किया जाता है।
फ्रांस का कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन पर बैन उस रणनीति का एक हिस्सा है जिसके तहत वह देश की अर्थव्यवस्था पर आयात होने वाले बोझ को कम करने का प्रयास है। इसके अलावा फ्रांस सरकार पैरिस क्लाइमेंट एग्रीमेंट के अंतर्गत ग्लोबल वॉर्मिंग की चुनौती से निपटने की दिशा में भी इस फैसले को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।