भारत समेत दुनियाभर के 20 लाख से अधिक मुस्लिम श्रद्धालुओं ने सऊदी अरब में रविवार को वाषिर्षक हज यात्रा शुरूकी। सवेरा होते ही हज यात्री इस्लाम के पवित्र स्थलों में एक मक्का पहुंचे। मक्का पहुंचने के बाद हज यात्री काबा की परिक्रमा करना शुरू करते हैं। काबा अल्लाह के घर और एक खुदा का प्रतिनिधित्व करता है। दुनियाभर में मुसलमान इसकी तरफ मुंह कर पांचों वक्त की अपनी नमाज अता करते हैं।
मक्का जाने से पहले कुछ जायरिन मदीना भी जाते हैं, जहां हजरत मोहम्मद ने पहली मस्जिद बनवाई थी। मक्का में इबादत के बाद हज यात्री अराफात पर्वत की तरफ जाएंगे। यहीं पैगंबर मोहम्मद ने अपना आखिरी प्रवचन दिया था। हज यात्रा पांच दिनों की होती है। तीसरे दिन बकरीद के बाद हज यात्री मुजदलिफा की तरफ जाएंगे और शैतान को पत्थर मारने की रस्म अदा करेंगे।
हज यात्रा के दौरान दुनियाभर में सबसे ज्यादा लोग एकत्र होते हैं। सभी मुसलमानों के लिए जीवन में एक बार हज करना जरूरी होता है। मिस्र से आए एक श्रद्धालु एसाम-इद्दीन अफीफी ने कहा कि अल्लाह का शुक्र है कि हमें यहां आने का मौका मिला है। हम पूर्व से पश्चिम तक सभी इस्लामी देशों में हालात बेहतर होने की दुआ करते हैं।