एेसी मान्यता है कि यदि किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य की समस्या हो, विवाह में कठिनार्इ आ रही हो, या आर्थिक संकट हो तो उसे सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। एेसा करने से उसके समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं। इस दिन विधि पूर्वक व्रत आैर पूजन करने से तमाम समस्याओं से मुक्ति पार्इ जा सकती है। शास्त्रों के अनुसार सोमवार और शिव जी के संबंध के कारण ही पार्वती जी ने सोलह सोमवार का उपवास रखा था। सावन का सोमवार विवाह और संतान से जुड़ी समस्याओं के लिए सर्वोत्म माना जाता है। इसीलिए 20 अगस्त को पड़ने वाले इस बार के सावन महीने के अंतिम सोमवार को श्रद्घापूर्वक शिव जी की पूजा कर उनका आर्शिवाद प्राप्त करें।
सर्वप्रथम प्रातः स्नान करके शिव मंदिर जाएं या घर पर ही उनकी प्रतिमा स्थापित करें। साफ लोटे में जल भरकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें। इसके बाद शिव मंत्र का 108 बार जाप करें। भगवान पर चंदन, फूल, बिल्वपत्र आैर अक्षत अर्पण करें। इस दिन व्रत रखें आैर केवल फलाहार ग्रहण करें। शाम को पुन: भगवान के मंत्रों का जाप करते हुए उनकी पूजा एवम् आरती करें। अगले दिन स्नान के बाद पूजा करके दान पुण्य करें आैर उसके पश्चात ही व्रत का पारायण करें।