पुलिस थाना धारीवाल के तहत आने वाले गांव जोगोवाल जट्टां में लापता हुई आठ साल की बच्ची का शव गांव में एनआरआइ की खाली कोठी से बरामद हुआ। जांच में सामने आया है कि गांव के ही 16 साल के नाबालिग ने बच्ची के हाथ-पांव बांधकर उसका गला घोंटकर हत्या की है। संदेह जताया जा रहा है कि हत्या करने से पहले बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश या दुष्कर्म किया गया होगा। आरोपित नाबालिग के खिलाफ फिलहाल हत्या का केस दर्ज किया गया है।
थाना धारीवाल को गांव जोगोवाल जट्टां से आठ साल की बच्ची के लापता होने की शिकायत मिली थी। एसपी की अगुवाई में पुलिस टीम ने पूरे गांव में रातभर सर्च की लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चल पाया। सुबह पुलिस टीम ने गांव के बाहर एनआरआइ कैप्टन रत्न सिंह की बंद पड़ी कोठी में छानबीन की तो अंदर लापता हुई बच्ची का शव बरामद हुआ।
बच्ची के हाथ और पांव बांधकर गला घोंटकर उसकी हत्या की गई थी। एनआरआइ का परिवार विदेश में रहता है। कोठी की देखरेख का जिम्मा गांव के ही एक व्यक्ति को दिया गया था। कोठी की चाबियां उस व्यक्ति के पास या उसके 16 साल के बेटे के पास ही होती थीं।
आरोपित नाबालिग इसी कोठी में बच्ची को लेकर आया उसके हाथ-पांव बांध दिए। बाद में गला घोंटकर उसकी अंदर हत्या कर दी। पुलिस ने जब 16 साल के नाबालिग की तलाश तब तक वह फरार हो चुका था। एसएसपी स्वर्णदीप सिंह का कहना है कि आरोपित नाबालिग वारदात के बाद से फरार है। बच्ची से दुष्कर्म होने या फिर कोशिश की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने बाद ही सही तथ्य सामने आ पाएगा।