नई दिल्ली : एक रिपोर्ट में सामने आया है कि एंड्रॉयड मालवेयर ने बैंकिंग से जुड़ी 232 एप्स को टारगेट किया है। इनमें से कुछ के बैंक भारत में भी है। ट्रोजन मालवेयर, जिसका नाम ‘Android.banker.A9480’, को यूजर्स का निजी डेटा चुराने के मकसद से डिजाइन किया गया है। यह जानकारी क्विक हील सिक्योरिटी लैब्स की रिपोर्ट में सामने आई है।
अन्य बैंकिंग मालवेयर की तरह यह भी यूजर्स के लॉग इन डेटा, एसएमएस, कॉन्टैक्ट लिस्ट को चुरा कर एक सर्वर पर अपलोड कर देता है। इसके अतिरिक्त, बैंकिंग एप्स के अलावा यह ट्रोजन मालवेयर क्रिप्टोकर्सी एप्स को भी टारगेट करता है जो यूजर की फोन में है।
ऐसे बचाएं अपना एकाउंट इस वायरस अटैक से –
सबसे पहले अपने फोन में सारी बैंक ऐप का डाटा क्लियर करें।
साथ ही मैसेज या ई-मेल में आए किसी भी लिंक से ऐप इंस्टॉल ना करें।
इसके बाद फोन की सेटिंग्स में जाकर Unknown Sources को डिसेबल कर दें। इससे थर्ड पार्टी ऐप फोन में इंस्टॉल नहीं हो सकेंगे।
हमेशा याद रखें कि गूगल प्ले-स्टोर और ऐपल के ऐप स्टोर के अलावा किसी थर्ड पार्टी से ऐप डाउनलोड ना करें।
मोबाइल में अपडेट आने पर उसे तुरंत अपडेट कर दें या फिर अपडेट के लिए सेटिंग्स में About में जाकर चेक करें।
ये ऐप्स हैं निशाने पर –
क्विक हील ने निशाने में आए जिन भारतीय बैंकिंग एप्स का जिक्र किया है उनमें एक्सिस मोबाइल, एचडीएफसी बैंक मोबाइल बैंकिंग, एसबीआई एनीवेयर पर्सनल, एचडीएफसी बैंक मोबाइल बैंकिंग लाइट, आईसीआईसीआई बैंक की आईमोबाइल, आईडीबीआई बैंक की गो मोबाइल प्लस, आईडीबीआई बैंक लिमिटेड की अभय, आईडीबीआई बैंक एम पासबुक, बड़ौदा एमपासबुक, यूनियन बैंक मोबाइल बैंकिंग और यूनियन बैंक के कमर्शियल क्लाइंट्स शामिल है।