नई दिल्ली : फिक्की के 90वें एजीएम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आम आदमी को पिछले 60 साल के दौरान काफी परेशानियां झेलनी पड़ी थीं। पीएम मोदी ने फिक्की के 90 साल पूरे होने पर सभी को न सिर्फ बधाई दी, बल्कि इस दौरान फिक्की की प्रासंगिकता पर अपनी टिप्पणी की। पीएम ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि हम एक पारदर्शी माहौल तैयार कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कारोबारियों को भरोसा दिलाया कि सबकुछ ठीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को बेबुनियाद बताया कि लोगों का पैसा भी अब बैंक में सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘बीते कुछ दिनों से फाइनेन्शियल रीजॉलूशन ऐंड डिपॉजिट इंश्योरेंस बिल- FRDI को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं। सरकार ग्राहकों के हित सुरक्षित करने के लिए, बैंकों में जमा उनकी पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए काम कर रही है, लेकिन खबरें इसके ठीक विपरित चलाई जा रही हैं। उद्योग जगत को और आम नागरिकों को भ्रमित करने वाली ऐसी कोशिशों को नाकाम करने में फिक्की जैसी संस्था का भी योगदान बहुत जरूरी है’।
दरअसल पिछले दिनों सरकार के प्रस्तावित एफआरडीआई बिल को लेकर ये चर्चा चल पड़ी थी कि कंपनियों के बेलआउट के लिए ग्राहकों के हित ख़तरे में डाले जा सकते हैं। हालांकि इसे वित्त मंत्री अरुण जेटली गलत बता चुके है। फिलहाल इस बिल पर संसद की साझा समिति में विचार हो रहा है। प्रधानमंत्री ने साफ़ किया है कि बैंकिंग की खस्ता हालत और डूबे हुए कर्ज की ज़िम्मेदार पिछली सरकार है।
उन्होंने कहा कि इस समय लोगों की आकांक्षाएं जिस स्तर पर है। लोग देश की आंतरिक बुराइयों, भ्रष्टाचार और कालेधन से परेशान हो चुके हैं। उन्हें इससे छुटकारा दिलाना है। इसलिए आज चाहे कोई राजनीतिक दल हो या फिक्की जैसा कोई संगठन हो इन्हें चाहिए कि ये अपनी भावी रणनीति केा इस हिसाब से बनाएं।