रेप केस में 20 साल की जेल की सजा काट रहे डेरा सच्चा प्रमुख बाबा राम रहीम के काले कारनामों का एक-एक कर खुलासा हो रहा है। डेरा के सिरसा आश्रम से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है। पुलिस और प्रशासन की चेतावनी के बाद 33 हथियार सरेंडर किए गए है, जबकि डेरा को 85 हथियारों का लाइसेंस जारी हुआ था। जानकारी के मुताबिक, डेरा के सिरसा आश्रम से इतने लाइसेंसी हथियार मिले हैं, जितने में फौज की एक से ज्यादा टुकड़ी बन जाएगी। पुलिस और प्रशासनिक की कार्यवाही के बीच डेरा समर्थकों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस के पास आए जखीरे में रायफल, रिवॉल्वर और एके-47 जैसे हथियार शामिल हैं। राम रहीम के हरियाणा, पंजाब सहित देश भर में कई जगहों पर आश्रम हैं। यहां मिल रहे हथियारों के जखीरों से पता चलता है कि बाबा अपनी समानांतर सेना रखता था. राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद हुई हिंसा के बाद पुलिस ने डेरा के आश्रमों में छापेमारी की थी, जहां से रायफल, कारतूस और पेट्रोल बम भी बरामद हुए थे।
डेरा का साम्राज्य, संपत्ति का ब्यौरा
सिरसा में स्थित छोटा डेरा वर्ष 1948 में शाह मस्ताना जी द्वारा स्थापित किया गया था। उस दौर में छोटे डेरा में 2 कमरे हुआ करते थे। इसमें से एक में स्वयं शाह मस्ताना जी रहते थे। इन कमरों को नीचे अंडरग्राउंड जीवन के अनुकूल बनाया गया था। उस समय एसी की व्यवस्था नहीं थी, इसलिए इन कमरों में गर्मियों में ठंडक और सर्दियों में गर्मी रहती थी।
ऐसे सामने आई बाबाजी की गुफा
1990 में राम रहीम को मिली गद्दी
साल 1960 में सिरसा के ही गांव जलालआना के रहने वाले सरदार हरबंस सिंह को शाह मस्ताना जी ने नया नाम शाह सतनाम दे कर गद्दी पर बिठाया। इस गद्दी को संभालने वाले संत शाह सतनाम जी ने डेरा की परंपराओं को आगे बढ़ाया। वे भी इसी छोटे डेरे में आवास करते थे. 23 सितंबर 1990 में शाह सतनाम जी ने राम रहीम को गद्दी सौंप दी।
ऐसे बढ़ता गया डेरे का साम्राज्य
उसके बाद डेरा का आकार और संपत्ति बढ़ती चली गई। आज डेरा के पास सिरसा में 1093 एकड़ जमीन है। इसमें 768 एकड़ जमीन में एलोवीरा, नरमा और हर्बल प्लांट्स की खेती की जाती है। यहां आलिशान और भव्य इमारते बनी हैं। मौजूदा वक्त में डेरा सच्चा सौदा के पास आधुनिक शैली में बने रेस्टोरेंट, अस्पताल, स्टेडियम, स्कूल-कॉलेज आदि हैं।