रुद्रप्रयाग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम में पूजन के बाद जनता को संबोधित करते हुए कहा कि सवा सौ करोड़ जनता की सेवा ही बाबा केदार की सेवा है। केदारनाथ में उन्होंने भोले बाबा की पूजा की। इसके बाद उन्होंने विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया। जनसभा में पीएम मोदी ने कहा कि केदारनाथ में जब वह कपाट खुलने के दौरान आए तो उन्होंने देशभर में यह संदेश देने का प्रयास किया कि हादसे की छाया से हम निकल चुके हैं। अब तक 4.5 लाख यात्री केदारनाथ आ चुके हैं। अगले साल यह आंकड़ा दस लाख से ज्यादा पहुंचेगा।
सवा करोड़ की सेवा ही बाबा केदार की सेवा
उन्होंने कहा कि पुराने लोगों ने उनके जीवन के पिछले दिनों की याद दिलाई। वह गरुड़चट्टी में जीवन व्यतीत करते थे। शायद बाबा की इच्छा नहीं थी कि उनके चरणों में मैं जीवन व्यतीत करूं। फिर उन्होंने जोड़ा कि बाबा केदार ने उन्हें एक बाबा नहीं सवा करोड़ देशवासियों की सेवा का मौका दिया। यहां से ऊर्जा लेकर वह वर्ष 2022 तक देश को एक मुकाम में पहुंचाने के लक्ष्य को लेकर काम करेंगे।
बाबा को यही था मंजूर
पीएम नरेंद्र मोदी ने प्राकृतिक आपदा के शिकार लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान देश के सभी राज्यों के लोग प्रभावित हुए। मैं तब गुजरात का सीएम था। उस समय खुद को रोक नहीं पाया और उत्तराखंड चला आया। तब उत्तराखंड की सरकार से मैंने प्रार्थना की कि गुजरात सरकार केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों का जिम्मा उठाएगी। तब कमरे में हुई बैठक में सरकार और अधिकारी भी सहमत हो गए। इसके बाद मीडिया में समाचार आते दिल्ली में तूफान आ गया और उन्हें तक यह मौका नहीं मिला। बाबा को यह मंजूर था कि बाबा के बेटे के हाथ से ही निर्माण कार्य हों। जब यहां भाजपा की सरकार बनी तो यह विश्वास पक्का हो गया।
देवभूमि के अनुकूल होगा विकास कार्य
पीएम मोदी ने कहा कि केदारपुरी में विकास कार्य देवभूमि के अनुकूल ही होगा। इसमें पर्यावरण पर पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए विस्तृत योजना का खाका तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि एक बार यात्री श्रद्धा के साथ तय करें कि पुनर्निर्माण कैसा चाहते हैं, उसी तर्ज पर केदारनाथ का विकास होगा। इसके लिए राशि की कमी नहीं होगी। चाहे तो उन्हें कारपोरेट जगत से भी सहयोग लेना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे। विकास में आधुनिकता तो होगी, लेकिन सदियों पुराने केदारपुरी के स्वरूप पर कोई आंच नहीं आएगी। यही नहीं पर्यावरण का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
पहाड़ का पानी और जवानी आएगी पहाड़ के काम
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में पहाड़ का पानी, जवानी को पहाड़ के लिए ही उपयोग में लाया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार भी कदम उठा रही है। पहाड़ों में पानी पर आधारित टूरिज्म, विकासयोजनाओं को विकसित किया जाएगा। केदारनाथ के विकास के साथ ही पूरे देश में शौचालय का निर्माण उनका लक्ष्य है। इसे पाने के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को आर्गेनिक स्टेट बनाने की दिशा में भी काम होगा। साथ ही प्रकृति को बचाने की दिशा में भी कार्य होगा। संबोधन के बाद पीएम मोदी ने जनता के बीच पहुंचकर उनका अभिवादन भी किया। इससे पहले सीएम त्रिवेंद्र रावत ने केदारनाथ आगमन पर पीएम मोदी का आभार भी जताया।
सुबह करीब 8.55 बजे पीएम मोदी सेना के विशेष विमान से देहरादन स्थित जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचे। इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से केदारनाथ को रवाना हुए। सुबह करीब पौने दस बजे उनका हेलीकॉप्टर केदारनाथ पहुंच गया। हेलीपैड से वह एटीवी वाहन से मंदिर तक पहुंचे।इसके बाद उन्होंने पूजा के लिए मंदिर में प्रवेश किया। इस दौरान उनका पारंपरिक तरीके से मंदिर समिति ने स्वागत भी किया। मंदिर में वह भगवान भोले की पूजा की। मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने विधि विधान के साथ पूजा संपन्न कराई। इसके बाद उन्होंने विभिन्न पांच योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके तहत शंकराचार्य की समाधिस्थल का शिलान्यास, मंदाकिनी नदी घाट और सुरक्षा दीवार, पैदल मार्ग चौड़ीकरण, तीर्थ पुरोहितों के आवास, संग्राहलय के निर्माण का कार्य किया जाएगा।
उनके केदारनाथ पहुंचते ही मंदिर परिसर को जीरो जोन कर दिया गया। तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई। उनके जाने के बाद ही आमजन मंदिर में दर्शन कर पाए। केदारनाथ मंदिर को 10 कुंतल गेंदे के फूल से सजाया गया है। उनके साथ राज्यपाल केके पॉल, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, वित्त मंत्री प्रकाश पंत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ ही भाजपा के कई नेता व विधायक भी मौजूद रहे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर प्रदेश के राज्यपाल डॉ केके पॉल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया। केदारनाथ में सभा को संबोधित करने के बाद मोदी हेलीकॉप्टर से देहरादून के लिए रवाना हुए। देहरादून पहुंचकर दोपहर करीब डेढ़ बजे वह विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए।