सरना धर्म कोड की मांग तेज 33 जनजातीय कर रही है माग…
सरना धर्म कोड की मांग को लेकर आदिवासी समाज ने अपने आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया है। इसी कड़ी में विभिन्न आदिवासी संगठनों की एक महत्वपूर्ण बैठक रांची के सिरमटोली सरना स्थल पर आयोजित की गई। बैठक में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस दौरान वक्ताओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि 17 फरवरी को झारखंड से हजारों आदिवासी दिल्ली कूच करेंगे और राजधानी के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि सरना धर्म कोड आदिवासी समाज की पहचान, अस्तित्व और आत्मा है, जिसे अब और अधिक समय तक नजर अंदाज नहीं किया जा सकता।
बैठक को संबोधित करते हुए टीएसी सदस्य नारायण उरांव ने कहा कि आदिवासी समाज वर्षों से सरना धर्म कोड की मांग करता आ रहा है। उन्होंने बताया कि आजादी से पहले आदिवासियों का अलग धर्म कोड था, लेकिन बाद में इसे समाप्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि देश में आदिवासियों को छोड़कर सभी समुदायों का अलग-अलग धर्म कोड है, जबकि 33 जनजातियां मिलकर सरना धर्म कोड की मांग कर रही हैं।


