अमेरिका के इतिहास में अब तक के सबसे बड़े क्रेडिट कार्ड घोटाले में 111 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है जिसमें 13 भारतीय मूल के लोग शामिल हैं।
अमेरिकी अधिकारियों का आरोप है कि इन लोगों ने हजारों ग्राहकों के क्रेडिट कार्ड डाटा चुराकर एप्पल के इलेक्ट्रानिक सामान और गुच्ची के आकर्षक थैलों सहित विभिन्न लग्जरी चीजों की खरीदारी की।
आरोपियों में बैंक टेलर, स्टोर कर्मचारी और रेस्तरां कर्मचारी शामिल हैं, जिन्होंने कथित तौर पर ग्राहकों की व्यक्तिगत पहचान की जानकारी हासिल की। इन आरोपियों में से कई लोगों ने जमकर खरीदारी की, जबकि कई लोगों ने पांच सितारा होटल में मौज मस्ती की।
इसके अलावा, कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने आलीशान कारों और निजी जेट विमानों को किराए पर लेकर सैर सपाटा किया। ये आरोपी पांच संगठित फर्जी क्रेडिट कार्ड गिरोह के सदस्य हैं। इस धोखाधड़ी से वित्तीय संस्थानों और खुदरा कारोबारियों को 1.3 करोड़ डालर से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा।
घोटाले में भारतीय मूल के जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है उनमें विष्णु हरिलाल, रवीन्द्र सिंह, अमर सिंह, नेहा पंजाबी सिंह, रवि रामरूप और कमल सनासी शामिल हैं। अधिकारियों ने 86 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, जबकि 25 की तलाश की जा रही है।
क्वीन्स जिले के एटार्नी रिचर्ड ब्राउन ने कहा कि यह अभी तक का सबसे बड़ा और निश्चित तौर पर बड़ी सफाई से किया गया धोखाधड़ी का मामला है। उन्होंने कहा कि क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी और पहचान के ब्यौरे की चोरी अमेरिका में तेजी से बढ़ रहे अपराधों में से एक है और लाखों लोग इसका शिकार हो रहे हैं। इससे उपभोक्ताओं, कारोबारियों एवं वित्तीय संस्थानों को अरबों डालर का नुकसान हो रहा है।